बिहार विधान परिषद चुनावः राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेजप्रताप ने मांगी 25 फीसदी हिस्सेदारी, श्रीकृष्ण के बिना जीत असंभव...
By एस पी सिन्हा | Published: January 10, 2022 08:16 PM2022-01-10T20:16:30+5:302022-01-10T20:17:52+5:30
Bihar Legislative Council Election: राजद को चाहिये कि वह विधान परिषद चुनाव में कम से कम 25 प्रतिशत सीटों पर उम्मीदवार को चुनने का काम तेजप्रताप के जिम्मे छोड़ दें.
पटनाः राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेजप्रताप यादव ने अब अपनी पारिवारिक पार्टी में हिस्सेदारी की मांग कर दी है. वह नही चाहते हैं कि विधान परिषद चुनाव में सब टिकट तेजस्वी यादव ही बाटें. तेजप्रताप को विधान परिषद चुनाव के दौरान टिकट बंटवारे में 25 फीसदी हिस्सेदारी की मांग कर दी है.
बता दें कि स्थानीय निकाय कोटे से विधान परिषद की 24 सीटों पर चुनाव होने जा रहा है. बताया जाता है कि तेजप्रताप ने विधान परिषद की 24 सीटों में से 6 सीट की मांग कर दी है, ताकि वह अपने समर्थकों को खडा कर सकें. तेजप्रताप ने खुद यह कहने के बजाय अपने संगठन छात्र जनशक्ति परिषद के जरिये कराई है.
छात्र जनशक्ति परिषद के द्वारा चेतावनी भी दी गई है. छात्र जनशक्ति परिषद के प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत प्रताप यादव ने आज मीडिया से कहा कि बिहार के ज्यादातर छात्र और युवा तेज प्रताप यादव के साथ हैं. तेजप्रताप यादव के छात्र जनशक्ति परिषद से बिहार के ज्यादातर युवा जुड़ चुके हैं.
ऐसी स्थिति में राजद को चाहिये कि वह विधान परिषद चुनाव में कम से कम 25 प्रतिशत सीटों पर उम्मीदवार को चुनने का काम तेजप्रताप के जिम्मे छोड़ दें. तेजप्रताप यादव छात्र जनशक्ति से जुडे़ 6 लोगों को विधान परिषद चुनाव में उम्मीदवार बनायेंगे. प्रशांत ने कहा कि अगर राजद विधान परिषद की 6 सीटें छात्र जनशक्ति परिषद को देती है तो छात्र जनशक्ति परिषद का पूरा समर्थन राजद के बाकी उम्मीदवारों को मिलेगा. उन्होंने कहा कि प्रशांत प्रताप ने तेजप्रप्रताप यादव को श्रीकृष्ण बताते हुए कहा कि राजद को समझना चाहिये कि श्रीकृष्ण के बिना जीत असंभव है.
इसका सबूत दो सीटों पर हुए विधानसभा के उपचुनाव में मिल चुका है. कुछ दिनों पहले तारापुर और कुशेश्वरस्थान सीट पर उपचुनाव हुआ था, जिसमें राजद की हार हो गई थी. तेजप्रताप समर्थक कह रहे हैं कि कृष्ण की नाराजगी के कारण राजद की हार हुई थी.
उन्होंने कहा कि जदयू की तरफ से उन्हें उपमुख्यमंत्री बनने का आफर दिया जा चुका है, मगर सिद्धांतों के कारण तेजप्रताप मान नहीं रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत ने कहा कि छह सीटों पर तेजप्रताप का प्राधिकार है. अगर राजद बात नहीं मानता है तो समर्थन नहीं किया जाएगा. साथ ही पार्टी ने विधानसभा उप चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि श्रीकृष्ण के बिना जीत संभव नहीं है.