पटनाः बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज नीतीश सरकार पर एक बार फिर से हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि यदि एक महीने के अंदर बिहार में 19 लाख बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिला, तो हम सड़कों पर जन आंदोलन करेंगे.
वहीं, महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने एआईएमआईएम विधायक के स्टैंड का समर्थन करते हुए कहा कि भारत बोलने पर किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए. तेजस्वी यादव से जब ये पूछा गया कि एआईएमआईएम के विधायक हिंदुस्तान के नाम पर शपथ लेने में आपत्ति जता रहे हैं तो तेजस्वी यादव ने छूटते ही कह दिया किया किसी को भारत कहने पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए.
लेकिन जब फिर पूछा गया कि उन्हें हिंदुस्तान कहने पर आपत्ति है तो तेजस्वी यादव ने इस सवाल को दरकिनार करते हुए कहा कि अगर आप ऐसा पूछ रहे हैं तो लगता है आपको भारत कहने पर आपत्ति है. वहीं, तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार भीष्म पितामह हैं, 15 साल में 60 बडे़ घोटाले हुए हैं.
भ्रष्टाचारियों का बचाव करना नीतीश कुमार की फितरत
भ्रष्टाचारियों का बचाव करना नीतीश कुमार की फितरत है. तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि आईएएस अधिकारी ने भी कहा है कि नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दिया है. उन्होंने जदयू पर हमला करते हुए कहा कि जदयू चोरी से सत्ता में आई है. बिहार में नीतीश कुमार का दल तीसरे नंबर पर पहुंच गया है.
राजद सबसे बड़ी पार्टी हो कर आई है. उन्होंने कहा कि नीतीश कैबिनेट के दर्जनों मंत्री पर संगीन आरोप हैं. तेजस्वी ने अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार पर कहा कि क्या मेरे उप मुख्यमंत्री रहते कोई आरोप लगा? मामले को घुमाया जा रहा है. इनकी पालिसी है कि गलत धारणा पैदा करें. मैं मुख्यमंत्री को चुनौती देता हूं कि उप मुख्यमंत्री रहते कोई आरोप सिद्ध करें.
नीतीश कुमार को जवाब देना होगा. उन्होंने चुनाव को लेकर फिर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि मॉक पोल से जुडे कागजात स्ट्रांग रूम में होने चाहिए थे मगर वो रास्ते में पडे मिले. तेजस्वी ने कहा कि चुनाव आयोग को इस घटना की गहन पड़ताल कर दोषियों को नौकरी से बर्खास्त करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर चुनाव कराने की रस्म अदायगी क्यों?
करीब 21 उम्मीदवारों ने हाई कोर्ट जाने का निर्णय लिया
इसबीच, बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में शामिल प्रमुख घटक दलों के हारे हुए करीब 21 उम्मीदवारों ने हाई कोर्ट जाने का निर्णय लिया है. इनमें सबसे ज्यादा उम्मीदवार लालू प्रसाद की पार्टी राजद के हैं. जानकारी के मुताबिक, राजद के चौदह, भाकपा- माले के तीन, भाकपा के एक और कांग्रेस पार्टी के तीन प्रत्याशियों ने कोर्ट जाने का फैसला लिया है.
बताया जा रहा है कि हाई कोर्ट का रुख करने वाले ये उम्मीदवार बिहार चुनाव में मामूली अंतर से हार गये है. इसी कडी में हिलसा विधानसभा सीट से 12 वोटों के मामूली अंतर से हारने वाले राजद प्रत्याशी शक्ति सिंह यादव ने आज ही पटना हाई कोर्ट का रुख करे दिया है.
यहां उल्लेखनीय है कि बिहार चुनाव में एनडीए को मिली जीत के बाद बीते सोमवार को नीतीश कुमार के नेतृत्व में नयी सरकार ने शपथ ली थी. राजद नेता तेजस्वी यादव के निर्देश पर कम अंतर से चुनाव में हारे हुए महागठबंधन के कई प्रत्याशी कोर्ट जाने के लिए तैयार हुए थे. तेजस्वी यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि राजद इस मामले में पूरी ताकत के साथ इन उम्मीदवारों के खड़ी है और उनकी हरसंभव मदद करेगी.