राजद के प्रदेश अध्यक्ष से जगदानंद सिंह ने दे दिया इस्तीफा! सियासी गलियारे में हलचल तेज
By एस पी सिन्हा | Published: December 1, 2024 06:44 PM2024-12-01T18:44:50+5:302024-12-01T18:45:17+5:30
RJD: जगदानंद सिंह के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से ही पार्टी में अनुशासन कायम थी।
RJD: राजद के प्रदेश अध्यक्ष से क्या जगदानंद सिंह ने इस्तीफा दे दिया है? इसको लेकर सियासी गलियारे में कयासों के बाजार गर्म है। चर्चाओं पर अगर गौर करें तो राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को जगदानंद सिंह ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। हालांकि उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं हुआ है। इसको लेकर सियासी गलियारों में चर्चा जोरों पर है। दरअसल, जगदानंद सिंह बिहार विधानसभा के चार सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम आने के बाद से ही पार्टी दफ्तर नहीं जा रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उपचुनाव में राजद को मिली करारी हार के बाद जगदानंद सिंह ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।
बता दें कि जगदानंद सिंह के छोटे बेटे अजीत सिंह रामगढ़ से उपचुनाव मैदान में थे। लेकिन भाजपा के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा। भाजपा प्रत्याशी अशोक सिंह ने राजद प्रत्याशी अजीत सिंह को मात दे दी। यह सीट राजद के कब्जे में थी और यहां से जगदानंद सिंह के बड़े बेटे सुधाकर सिंह विधायक थे। सुधाकर सिंह के लोकसभा चुनाव में सांसद चुने जाने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ।
लेकिन उपचुनाव में राजद के हाथ से रामगढ़ सीट निकल गया। जगदानंद सिंह के इस्तीफा देने की बात को इस कारण भी बल मिल रहा है कि वो पिछले कई दिनों से पार्टी दफ्तर नहीं पहुंच रहे हैं। पार्टी दफ्तर में कई बड़े कार्यक्रम हुए, जिनमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ही नदारद रहे। उल्लेखनीय है कि उपचुनाव के बाद राजद दफ्तर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया था।
राजद कार्यालय के बाहर टेंट लगाकर राजद के तमाम नेताओं ने प्रदर्शन किया। लेकिन इस धरना प्रदर्शन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ही नहीं पहुंचे। वहीं, उपचुनाव का परिणाम आने के दूसरे दिन ही तेजस्वी यादव सुबह-सुबह राजद कार्यालय पहुंचे। लेकिन जगदानंद सिंह गायब रहे। ऐसे में अटकलों आ बाजार गर्म हो गया है। दरअसल, जगदानंद सिंह पार्टी से जुड़ी कई अहम फैसले लेते रहे हैं। खुद लालू यादव और तेजस्वी यादव भी जगदानंद सिंह के फैसलों पर विश्वास करते रहे हैं।
जगदानंद सिंह के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से ही पार्टी में अनुशासन कायम थी। लेकिन अब उनके द्वारा पार्टी से दूरी बना लिए जाने के कारण नेताओं की बल्ले-बल्ले है, जो उनके अनुशासन के डंडे से डरे रहते थे। वहीं बिहार विधानसभा चुनाव होने में अब कुछ ही महीने बचे हैं ऐसे में अगर जगदानंद सिंह पार्टी से इस्तीफा देते हैं तो यह लालू-तेजस्वी के लिए बड़ा झटका होगा।