बिहार: सीमांचल जिलों में मदरसा मॉड्यूल पर सरकारी स्कूलों में जुमा को होती है साप्ताहिक छुट्टी, शिक्षा विभाग ने मांगी जानकारी
By एस पी सिन्हा | Published: July 28, 2022 06:31 PM2022-07-28T18:31:26+5:302022-07-28T18:37:43+5:30
जुमे के दिन छुट्टी को लेकर किशनगंज के बाद अब कटिहार से हैरान करने वाली बात सामने आयी है। कटिहार जिले में भी 138 सरकारी विद्यालय शुक्रवार को बंद और रविवार को संचालित होते हैं।
पटना: बिहार सीमांचल इलाके के विद्यालयों में मदरसा मॉड्यूल पर साप्ताहिक बंदी का दिन शुक्रवार (जुमा) को बंद कराने की चर्चाएं जोर पकड़ने लगी हैं। सीमांचल के कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज,अररिया में ऐसे कई विद्यालय हैं जो बिहार सरकार द्वारा संचालित होने के बावजूद यहां पर मदरसा के तर्ज पर साप्ताहिक छुट्टी के रूप में शुक्रवार को विद्यालय में बंदी और उसकी जगह पर रविवार को विद्यालय खुला रहता है।
जुमे के दिन छुट्टी को लेकर किशनगंज के बाद अब कटिहार से हैरान करने वाली बात सामने आयी है। कटिहार जिले में भी 138 सरकारी विद्यालय शुक्रवार को बंद और रविवार को संचालित होते हैं। लेकिन, विद्यालय के साप्ताहिक बंदी को लेकर न तो विद्यालय के पास कोई रिकॉर्ड है और न ही शिक्षा विभाग के पास विद्यालय के इस साप्ताहिक बंदी को लेकर कोई आधिकारिक रूप से जानकारी है।
बताया जा रहा है कि सभी प्रखंडों से प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद ऐसे स्कूलों की संख्या बढ़ भी सकती है। इस संबंध में शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि संबंधित विद्यालय अल्पसंख्यक (मुस्लिम) बाहुल्य इलाकों में अवस्थित है। यहां पढ़ने वाले बच्चे भी अलपसंख्यक वर्ग से आते हैं।
इस तरह का कोई विभागीय निर्देश होने की बात पर स्पष्ट तौर से शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कुछ नहीं बताया। विभाग का कहना है कि अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाकों में स्थित स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी पिछले पांच दशक से अधिक समय से हो रही है। उस वक्त स्कूलों का संचालन समिति द्वारा किया जाता था।
स्कूलों का सरकारीकरण होने के बाद भी यह परंपरा जारी है। इनमें प्रारंभिक, मध्य व माध्यमिक विद्यालय भी शामिल है। बिहार में सीमांचल के जिलों में राज्य के किसी हिस्से से ऐसे विद्यालयों की संख्या अधिक है।