बिहार: भाजपा नेता की मौत के लिए पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को बताया जिम्मेदार
By एस पी सिन्हा | Published: July 14, 2023 05:02 PM2023-07-14T17:02:07+5:302023-07-14T17:02:07+5:30
भाजपा के प्रदेश महामंत्री विजय कुमार सिंह की हुई मौत को लेकर जीतन राम मांझी ने कहा है कि सरकार के द्वारा मौत की वजह पिटाई से नही होना बताया जाना, सरकार की थोथी दलील है।
पटना: बिहार की राजधानी पटना में पुलिस लाठीचार्ज के वजह से भाजपा के प्रदेश महामंत्री विजय कुमार सिंह की हुई मौत को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय संरक्षक जीतन राम मांझी ने कहा है कि सरकार के द्वारा मौत की वजह पिटाई से नही होना बताया जाना, सरकार की थोथी दलील है। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जो हैं उनका ट्वीट देख लीजिए। उन्होंने कहा था कि हमारे राजद के कार्यकर्ताओं को लोगों ने पीटा था, हमारी सरकार आएगी तो इसका बदला हम लेंगे। तो उन्होंने अपना बदला ले लिया। उन्होंने इसे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का भाजपा से बदला करार दिया।
मीडिया से बात करते हुए मांझी ने सांसदों व विधायकों पर पुलिस बर्बरता को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने भाजपा सांसद जनार्दन प्रसाद सिंह सिग्रिवाल का जिक्र करते हुए कहा कि जब सिग्रीवाल जी पुलिस को बोल रहे थे कि वह सांसद हैं, तब भी उनके ऊपर लाठीचार्ज किया गया। अगर उनके सुरक्षाकर्मी बीच में दखलअंदाजी नहीं करते तो उनकी भी हत्या कर दी जाती।
उन्होंने कहा कि अगर हमको एक डंटा भी लगता तो जिंदा बचते क्या? जिस तरह से लाठीचार्ज किया जा रहा था, वो नियमों के अनुकूल तो नहीं माना जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पटना की सड़कों पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के ऊपर लाठी चलवाई गई, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि बिहार की सरकार सोची समझी साजिश के तहत राज्य में भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को अपराधी और आतंकवादियों जैसा व्यवहार कर रही थी।
मांझी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे तो यह लगता है कि पुलिस के बदले वहां सादे लिबास में बहुत सारे ऐसे लोग थे जो सरकार के तरफ से खड़े करवाए गए थे। उन लोगों ने ज्यादा हमला किया है। भाजपा कार्यकर्ता जब शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे तो फिर लाठीचार्ज की बात ही कहां से आती है? उनको रोकने के लिए वाटर कैनन या फिर आंसु गैस का उपयोग कर सकते थे। ये लाठीचार्ज बदला की भावना है, इसके आलावा इसका मकसद कुछ भी नहीं है।