ठळक मुद्देबिहार में भारी बारिश के आई बाढ़ की वजह से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। आपदा प्रबंधन विभाग राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के मद्देनजर कई बैठकें की।
बिहार में भारी बारिश के आई बाढ़ की वजह से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इससे आपदा से प्रदेश के डिप्टी चीफ मिनिस्टर सुशील मोदी भी नहीं बच पाए। वह बाढ़ की वजह से पिछले तीन दिनों से अपने घर में कैद थे, जिन्हें सोमवार दोपहर रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को उनके पटना स्थित आवास से बाहर निकाला गया है। उन्हें आपदा प्रबंधन की टीम ने बाहर निकाला। सुशील मोदी पिछले तीन दिनों से अपने घर में कैद थे। बता दें, प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और कई अन्य जख्मी हो गए। आपदा प्रबंधन विभाग राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के मद्देनजर कई बैठकें की और पटना में जलजमाव वाले इलाकों का दौरा की हालात का जायजा लिया। बीते दिन बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी के दोनों किनारे स्थित 12 जिलों में कहीं-कहीं लोगों के लिये दिक्कत की स्थिति पैदा हो गई। अब पिछले पांच-छह दिन से लगातार भारी बारिश हो रही है। कोई सूचना नहीं है कि अब रुकेगी। मौसम विभाग भी सटीक अनुमान नहीं लगा पा रहा है। वहीं, पटना पहुंचे केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का कहना है कि उन्होंने अपने विधायकों और अधिकारियों के साथ बैठकें की हैं। बताया गया है कि फरक्का बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं और कोल इंडिया से बड़े पंप उपलब्ध कराए जाएंगे। एनडीआरएफ के पास पर्याप्त संख्या नाव हैं। एक हेलिकॉप्टर पहुंच गया है और दूसरा गोरखपुर से राहत सामग्री प्रदान करने के लिए आएगा।
इधर, नीतीश का कहना कि आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन एकजुट होकर काम कर रहा है। पटना में सिर्फ राजेन्द्र नगर ही नहीं अनेक जगहों पर पानी घुस गया है। हर जगह काम हो रहा है और पटना में भी जितना संभव है, काम किया जा रहा है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना, पेयजल की व्यवस्था, दूध की उपलब्धता आदि सुनिश्चित की जा रही है।