बिहार चुनाव में चुप्पा महिला वोटरों के बढ़े मत प्रतिशत से NDA को मिला लाभ?, आंकड़ों से समझें पूरा मामला
By अनुराग आनंद | Published: November 10, 2020 03:59 PM2020-11-10T15:59:56+5:302020-11-10T16:23:56+5:30
बिहार चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों से पता चला है कि राज्य में महिलाओं ने पुरुष मतदाताओं की तुलना में लगभग 5 प्रतिशत अधिक मतदान किया है।
नई दिल्ली:बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के रूझान आने शुरू हो गए हैं। शुरुआती रुझान में एनडीए को बढ़त मिलता दिख रहा है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, दोपहर के करीब साढ़ें तीन बजे तक 30 प्रतिशत मतों की गिनती हुई है।
अब तक के रूझान में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर बढ़त बना रही है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि महिलाओं के अधिक वोटिंग की वजह से ही एनडीए व जदयू को जीत की उम्मीद है। इंडिया टुडे की मानें तो चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों से पता चला है कि राज्य में महिलाओं ने पुरुष मतदाताओं की तुलना में लगभग 5 प्रतिशत अधिक मतदान किया है।
भले ही बिहार चुनाव के विभिन्न एग्जिट पोल ने बिहार में राजद के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार की भविष्यवाणी की थी। लेकिन, चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए नए आंकड़ों में चुनाव के तीनों चरणों में पुरुष से अधिक महिला मतदाताओं ने मताधिकार किया। ऐसे में माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चुनाव जीतने के लिए महिलाओं की वोट अहम भूमिका निभा सकती है।
चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों से पता चला है कि राज्य में महिला मतदाता तीनों चरणों में एक साथ 59.7 प्रतिशत मतदान करती है, जबकि पुरुष मतदाता 54.6 प्रतिशत है। इससे यह संकेत मिलता है कि बड़ी संख्या में मतदान करने वाली मूक मतदाता महिलाएं और शायद यह इस चुनाव का एक्स-फैक्टर बन सकता है।
रिपोर्ट की मानें तो महिला वोटर रैली में भले ही नहीं दिख रही हो लेकिन घर से निकलकर वोट देने पुरूषों की तुलना में अधिक पहुंची। एबीपी की मानें तो 11 विधानसभा सीटों पर 70 प्रतिशत से अधिक महिलाओं ने वोट किया है। यही नहीं 141 विधानसभा सीटों पर करीब 60 प्रतिशत महिला ने वोट किया है।
महिलाओं के वोट से एनडीए को लाभ मिलने की एक मुख्य वजह यह है कि भाजपा व जदयू सरकार के महिलाओं के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की। केंद्र की जनधन योजना, उज्जवला योजना वहीं राज्य सरकार की जीविका योजना, राज्य की सरकारी नौकरी में 35 प्रतिशत आरक्षण, पंचायत चुनाव में 50 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण आदि की वजह से एनडीए को लाभ मिलने की संभावना है।