13 सितंबर को हो सकता है बिहार चुनाव के तारीखों का ऐलान, 2-3 चरणों में हो सकती है वोटिंग!
By स्वाति सिंह | Published: September 9, 2020 08:18 PM2020-09-09T20:18:49+5:302020-09-09T20:18:49+5:30
बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है और चुनाव अक्टूबर-नवंबर में कभी भी कराये जाने की संभावना है। बयान में कहा गया है, ‘आयोग ने सभी 65 उपचुनावों और बिहार विधानसभा चुनाव लगभग एक ही समय कराने का फैसला किया है।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के ऐलान की उलटी गिनती शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि 10 सितंबर के बाद कभी भी चुनाव का ऐलान हो सकता है। इस बार बिहार विधानसभा के साथ-साथ बिहार में लोकसभा की एक सीट और कई राज्यों की विधानसभा की हाल ही में खाली हुई 64 सीटों पर उपचुनाव भी होंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने बताया कि 13 सितंबर के आस-पास संभावनाएं ज्यादा प्रबल हैं। मालूम हो कि बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर तक है। राज्य में 243 सीटों के लिए मतदान होना है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक आयोग के सूत्र संकेत दिया है कि चुनाव के लिए मतदान संभवतः तीन चरणों में हों। दशहरे के बाद और दिवाली से पहले के 20 दिनों की अवधि में चुनावी प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। ये भी मुमकिन है कि बाढ़ की सबसे अधिक आशंका वाले इलाकों में सबसे आखिरी चरण में मतदान हो।
29 नवंबर से पहले संपन्न हो जाएंगे बिहार चुनाव
बीते दिनों आयोग ने कहा है कि 29 नवंबर 2020 से पहले राज्य में चुनाव संपन्न हो जाएंगे। आयोग ने साफ किया है कि राज्य में चुनाव पहले से निर्धारित समय पर ही होगा। बता दें कि चुनाव आयोग ने एक समय पर बिहार विधानसभा और 65 सीटों पर उपचुनाव कराने के फैसले को लेकर एक ठोस वजह बताई है। आयोग के मुताबिक, उन्हें एक साथ जोड़ने के प्रमुख कारकों में से एक सीएपीए(CAPF)/अन्य कानून और व्यवस्था बलों और चुनाव से जुड़े अन्य लॉजिटिक्स के एक साथ काम इस्तेमाल करना है।
चुनाव की तारीखों को लेकर हो रहे सवालों पर भी चुनाव आयोग ने तस्वीर साफ की है। आयोग ने कहा, बिहार विधानसभा चुनाव और साथ ही उपचुनावों के तारीखों का ऐलान आयोग द्वारा उचित समय पर कर दिया जाएगा। चुनाव आयोग नेकहा कि उसने 65 लंबित उपचुनावों और बिहार विधानसभा चुनाव ‘‘लगभग एक ही समय’’ कराने का फैसला किया है। विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं में 64 सीटें रिक्त हैं, जबकि लोकसभा की एक सीट रिक्त है। आयोग के एक बयान में कहा गया है, ‘‘इन्हें एक साथ कराने का एक बड़ा कारण केंद्रीय बलों के आवागमन में सुगमता और साजो सामान से जुड़े मुद्दे हैं। ’’
बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है और चुनाव अक्टूबर-नवंबर में कभी भी कराये जाने की संभावना है। बयान में कहा गया है, ‘‘।।।आयोग ने सभी 65 उपचुनावों और बिहार विधानसभा चुनाव लगभग एक ही समय कराने का फैसला किया है।।।बिहार विधानसभा चुनाव और इन उपचुनावों के कार्यक्रम की घोषणा आयोग द्वारा उपयुक्त समय पर की जाएगी। ’’ उल्लेखनीय है कि भारी बारिश और कोविड-19 महामारी के चलते हाल ही में कई उपचुनाव टालने पड़ गये।