बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने एकबार फिर से दिया विवादित बयान, कहा-शूद्र आज पढ़-लिख चुके हैं
By एस पी सिन्हा | Published: February 17, 2023 06:29 PM2023-02-17T18:29:53+5:302023-02-17T18:34:03+5:30
गौरतलब है कि पिछले दिनों एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान शिक्षामंत्री ने प्रो. चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी करते हुए उसे समाज में नफरत फैलाने वाला बताया था।
पटना: रामचरितमानस को समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताकर हंगामा खडा कराने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने एक बार फिर से धर्म ग्रंथों को लेकर बयान दिया है। उन्होंने एक बार फिर कहा है कि जिन धर्म ग्रंथों में शूद्र के बारे में लिखा गया आज वे शूद्र भी पढ़-लिख चुके हैं।
मंत्री ने कहा कि हम एकलव्य की संतान हैं, एकलव्य की संतान अंगूठा नहीं देना चाहता है बल्कि जवाब देना चाहता है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि हम कुर्बानी देना नहीं बल्कि कुर्बानी लेना जानते हैं। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर राजद की ओर से आयोजित जननायक कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि के मौके पर बोल रहे थे।
इस दौरान एकबार फिर विवादित बतान देते हुए कहा कि जो लोग गरीब और पिछड़े समुदाय के लोगों पर जुल्म ढाते थे। उन्होंने साजिस रची, जिसका नतीजा है कि गरीब और वंचितों से हिंदुवाद के नाम पर वोट और चंदा लेते हैं। लेकिन आज भी गरीबों और पिछड़ों को सम्मान नहीं देना चाहते हैं। जिन धर्म ग्रंथों में शूद्र को नीच बताया गया आज वह शूद्र भी पढ़-लिख गया है।
चंद्रशेखर ने कहा कि आज एकलव्य की संतान अंगूठा देना नहीं जानता है बल्कि जवाब देना जानता है। हम शहीद जगदेव प्रसाद की संतान हैं कुर्बानी देना नहीं कुर्बानी लेना जानते हैं।
बता दें कि पिछले दिनों एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान प्रो. चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी करते हुए उसे समाज में नफरत फैलाने वाला बताया था। मंत्री के इस बयान को लेकर पूरे देश की सियासत गरमा गई थी। जिसके बाद मंत्री चंद्रशेखर के साथ साथ नीतीश सरकार की खूब फजीहत हुई थी।