बिहार: "सत्ता के धृतराष्ट्र हो गये हैं, अपहरण उद्योग की हो रहे है वापसी", पुष्पम प्रिया चौधरी का नीतीश कुमार पर जबरदस्त हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 5, 2022 10:11 PM2022-11-05T22:11:15+5:302022-11-05T22:14:29+5:30
बिहार के विधानसभा चुनाव में फेल हो चुकीं द प्लूरल्स पार्टी की प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी ने महागठबंधन पर तीखा हमला करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है। चौधरी ने कहा कि विकास पुरुष की छवि रखने वाले नीतीश कुमार 10 साल में सत्ता के धृतराष्ट्र बन गए हैं।
पटना:बिहार को नंबर बनाने का इरादा रखने वाली और चुनावी दाव में फेल हो चुकीं द प्लूरल्स पार्टी की प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी ने महागठबंधन पर तीखा हमला करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है। पुष्पम ने जुबानी हमले में नीतीश कुमार के साथ-साथ राजद को भी लपेटते हुए बिहार में बढ़ते अपराध के लिए मौजूदा सरकार की जमकर आलोचना की है।
विदेश से पढ़ाई करके बिहार में बदलाव के लिए द प्लूलर्स पार्टी का गठन करने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी ने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धृतराष्ट्र की संज्ञा दी है। चौधरी ने ट्वीट के कैप्शन में लिखा है, "‘अपहरण-उद्योग’ की भी वापसी हो रही है। नीतीश कुमार विकास-पुरूष का रूप धर कर आए थे, पर 10 साल में सत्ता के धृतराष्ट्र बन गए। दिल्ली 2014 में भी दूर थी, 2024 में भी दूर ही रहेगी। इतिहास ऐसे लोगों के प्रति बहुत निर्दयी होता है।"
‘अपहरण-उद्योग’ की भी वापसी हो रही है। नीतीश कुमार विकास-पुरूष का रूप धर कर आए थे, पर 10 साल में सत्ता के धृतराष्ट्र बन गए। दिल्ली 2014 में भी दूर थी, 2024 में भी दूर ही रहेगी। इतिहास ऐसे लोगों के प्रति बहुत निर्दयी होता है।
— Pushpam Priya Choudhary (@pushpampc13) November 5, 2022
साल 2020 में बीते बिहार विधानसभा के चुनाव में पुष्पम प्रिया चौधरी दो सीटों पर खड़ी हुई थी लेकिन दोनों विधानसभा सीटों से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। विधानसभा चुनाव में पटना की बांकीपुर और मधुबनी की बिस्फी सीट से चुनाव लड़ने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी ने लोकल अखबारों में विज्ञापन देकर खुद को बिहार के अगले मुख्यमंत्री ते तौर पर प्रोजेक्ट किया था लेकिन दोनों सीटों पर जनता ने उन्हें हराकर अगले पांच साल इंतजार करने के लिए घर भेज दिया था।
लेकिन चुनावी हार के बाद भी पुष्पम प्रिया चौधरी के धारदार तेवर कमजोर नहीं हुए और उन्होंने हार का ठीकरा सीधे ईवीएम पर फोड़ते हुए कहा था कि दोनों विधानसभा सीटों पर उन्हें जनता का बहुत प्यार मिला था लेकिन भाजपा ने ईवीएम हैक कराकर उन्हें मात दे दी है।
बिहार की राजनीति को बदलने का दम भरने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी मूलरूप से दरभंगा जिले की रहने वाली है। साल 2020 में प्लूरल्स पार्टी बनाकर वो प्रदेश में नई तरह की राजनीति को जन्म देना चाहती थीं लेकिन शुरुआत में ही उन्हें जनता ने सीरे से खारिज कर दिया था। दरभंगा में 12वीं तक शिक्षा लेने के बाद पुष्पम बिहार से बाहर गईं और यूनाइटेड किंगडम गईं और यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स से गवर्नेन्स, डेमोक्रेसी और डिवेलपमेंट इकोनॉमिक्स की शिक्षा लेकर बिहार वापस लौटी हैं।