बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (NPR) पर बोलते हुए कहा कि यह 2012 से चला आ रहा है। इसमें नया कुछ नहीं है। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि एनपीआर में नए क्लॉज को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। इसके बारे में केंद्र सरकार से बात करने की बात सीएम कुमार ने की है।
इसके अलावा, नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी पार्टी के नेता लोकसभा और राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाएंगे। वह अपने आवास पर जदयू सांसदों, विधायकों और पार्टी की बिहार इकाई के पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मंगलवार को ये बात कही। इस बैठक में जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और राष्ट्रीय महासचिव पवन वर्मा जैसे असंतुष्ट नेता मौजूद नहीं थे।
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर को लेकर कहा कि बीजेपी नेता अमित शाह के कहने पर उन्हें पार्टी में शामिल किया था। उनके इस बयान के बाद राजनीति गरमा गई और खुद प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर हमला बोल दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आप झूठ बोलकर कहां तक गिरेंगे।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मेरे जेडीयू जॉइन करने के बारे में झूठ बोलकर आप कहां तक गिरेंगे। आपने मुझे अपने रंग में रंगने की बहुत ही तुच्छ हरकत की है। और अगर आप सच कह रहे हैं तो अब कौन विश्वास करेगा कि आप अमित शाह की बात न मानने का भी साहस कर सकते हैं?'
बता दें प्रशांत किशोर के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए बतौर रणनीतिकार काम करने को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री उन्होंने तल्खी दिखाई। उन्होंने कहा, 'प्रशांत किशोर हमारी पार्टी में कैसे आए... अमित शाह जी बोले ज्वॉइन कराओ, तो हमने ज्वॉइन कराया। हमारी पार्टी में हैं, लेकिन चुनाव रणनीतिकार के रूप में किसी का काम करते हैं, खबरों में है कि आम आदमी पार्टी के लिए काम करते हैं। अब उनका मन कहीं जाने का होगा, तो जाएंगे। पार्टी में रहेंगे तो भी ठीक, नहीं रहेंगे तो भी ठीक। रहेंगे तो पार्टी के बुनियादी ढांचे का काम उन्हें देखना चाहिए।
इमाम की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों को प्रदर्शन करने का अधिकार है, लेकिन कोई देश के टुकड़े करने की बात नहीं कर सकता। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस को इमाम को गिरफ्तार करने में कानून के अनुसार कार्रवाई करनी चाहिए और अब अदालतें उचित कार्रवाई करेगी।
जनता दल युनाईटेड (जदयू) के नाखुश नेता पवन वर्मा के लिए और असहज स्थिति पैदा करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राजनयिक से नेता बने वर्मा के पत्र का कोई ‘महत्व और मतलब नहीं’ है । इसलिए वह जवाब के लायक नहीं है।
कुमार ने वर्मा के रुख के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवालों के जवाब में यह बात कही। जदयू महासचिव वर्मा ने कहा था कि मुख्यमंत्री से जवाब मिलने के बाद ही वह पार्टी में बने रहने के बारे में कोई निर्णय लेंगे। इस पर जदयू प्रमुख कुमार ने उन्हें झिड़की लगायी थी।