भाजपा ने सत्ताधारी दल जदयू पर लगाया बालू और शराब माफियाओं के साथ गठजोड़ का आरोप, कहा-जदयू जैसी पार्टी केवल बालू और शराब के पैसे से चल रही है
By एस पी सिन्हा | Published: December 2, 2022 03:42 PM2022-12-02T15:42:56+5:302022-12-02T15:42:56+5:30
सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में गठबंधन की सरकार चल रही है और जदयू जैसी पार्टी केवल बालू और शराब के पैसे से चल रही है। उनका कहना है कि राजद तो पहले ही इसी से चल ही रही थी।
पटना: बिहार में सत्ताधारी दल जदयू का बालू और शराब माफियाओं के साथ सांठगांठ होने का आरोप विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने लगाया है। उन्होंने कहा कि सत्ता से नजदीकी होने के कारण ही बिहार में लोग आसानी से शराब और बालू में कानून के नियमों को तोड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में गठबंधन की सरकार चल रही है और जदयू जैसी पार्टी केवल बालू और शराब के पैसे से चल रही है। उनका कहना है कि राजद तो पहले ही इसी से चल ही रही थी। सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने जब लालू यादव से हाथ मिला लिया है, तब कानून का राज होने का सवाल ही नहीं बचता। नीतीश जबसे महागठबंधन में गए हैं बिहार में कानून का राज खत्म हो गया है।
उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था की बदहाल स्थिति हर ओर देखी जा सकती है। बिहार में कोई नियम-कानून नहीं रह गया है। सम्राट चौधरी ने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि जिस सरकार के मुखिया पर भी भ्रष्टाचार का आरोप हो और एक दर्जन से अधिक लोग आपराधिक मामले में चार्जशीटेड हों तो फिर कानून का नियम का कोई सवाल ही नहीं रह जाता है। बिहार में लोग आसनी से शराब और बालू में कानून के नियमों को तोड़ रहे हैं।
नीतीश सरकार पर अति पिछड़ों के साथ मजाक करने का आरोप लगाते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार लगातार अति पिछड़ों का अपमान कर रही है। नगर निकाय चुनाव की तिथियों की दोबारा घोषणा होने के दौरान यह फिर से साबित हुआ है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन किए बिना ही नीतीश कुमार के इशारे में नगर निकाय चुनाव की घोषणा हुई है और इसमें अति पिछड़ों को अपमानित किया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में राज्य निर्वाचन आयोग कागज का घोड़ा है। यह सरकार के इशारों पर काम कर रही है। सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार की हालत उस फुटबॉल की तरह है जिसे कोई भी किक मार सकता है। नीतीश सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए उन्होंने बीपीएससी के बहाने राज्य सरकार को घेरा।
बीपीएससी को भ्रष्टाचार का अड्डा बताते हुए कहा कि यहां नौनिहालों के साथ गलत हो रहा है। छात्र लगातार परेशान हैं, लेकिन सरकार बेफिक्र है। उन्होंने कहा कि बिहार में छात्रों से साथ गलत हो रहा है। किसी परीक्षा का नौ सवाल गलत होने के बावजूद इसको लेकर कोई सुध नहीं लिया जा रहा है। इसको लेकर कई जगहों पर आंदोलन भी किया गया, लेकिन इसके बाबजूद बिहार सरकार के कानों पर जू नहीं रेंगा।
उन्होंने कहा, इससे बड़ा क्या दुर्भाग्य हो सकता है। हकीकत यह है कि, बिहार लोक सेवा आयोग नीतीश कुमार के अधीन चल रहा है, इसमें चेयरमैन बदल जाते हैं। लेकिन, रजिस्टार वही होता है, जो नालंदा का होता है। इससे साफ मालूम चलता है कि बिहार में जबसे यह सरकार बनी है, तभी से लोगों को ठगा जा रहा है।