Bihar assembly elections: पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह के बेटे और जयप्रकाश यादव की बेटी को टिकट, 17 मौजूदा विधायक मैदान में, देखिए सूची

By सतीश कुमार सिंह | Published: October 7, 2020 02:15 PM2020-10-07T14:15:01+5:302020-10-07T18:01:59+5:30

राजद संसदीय दल की बैठक में 28 प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न बांटे गए हैं। लालू यादव ने करीब आधा दर्जन सीटों पर बडे़ नेताओं के पुत्र और बेटियों को उम्मीदवार बनाया है। 

Bihar assembly elections 2020 lalu yadav rjd Tejashwi Yadav kanti singh congress  | Bihar assembly elections: पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह के बेटे और जयप्रकाश यादव की बेटी को टिकट, 17 मौजूदा विधायक मैदान में, देखिए सूची

राष्ट्रीय जनता दल (राजद)  के हिस्से में पहले चरण की 71 सीट में से 41 सीट आई हैं। (file photo)

Highlightsभारतीय जनता पार्टी, जदयू और राजद ने सूची जारी कर दी है। पार्टी ने अपनी सीटों के लिए चयनित प्रत्याशियों को सिंबल उपलब्ध करा दिया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान शुरू कर दिया है। 

पटनाः बिहार में सभी दल में सीटों का बंटवारा हो गया है। महागठबंधन में कांग्रेस, राजद और वामदल हैं। एनडीए खेमे में भाजपा, जदयू, हम और वीआईपी शामिल हैं। बिहार में 243 सीट हैं। राजद 144, कांग्रेस 70 और वाम दल सहित अन्य 31 सीट पर चुनाव लड़ेंगे।

भारतीय जनता पार्टी, जदयू और राजद ने सूची जारी कर दी है। पार्टी ने अपनी सीटों के लिए चयनित प्रत्याशियों को सिंबल उपलब्ध करा दिया है। राजद संसदीय दल की बैठक में 28 प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न बांटे गए हैं। लालू यादव ने करीब आधा दर्जन सीटों पर बडे़ नेताओं के पुत्र और बेटियों को उम्मीदवार बनाया है। 

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान शुरू कर दिया

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान शुरू कर दिया है। नोखा से अनीता देवी, चकाई से सावित्री देवी, जमुई से विजय प्रकाश यादव, जहानाबाद से सुदेय यादव, रामगढ़ से आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह, शाहपुर से शिवानंद तिवारी के बेटे राहुल तिवारी और शेखपुरा से विजय सम्राट को टिकट दिया गया है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद रह चुकीं कांति सिंह के पुत्र ऋषि सिंह को ओबरा से टिकट दिया गया है। ऋषि सिंह 2015 में भी चुनाव लड़ चुके हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बांका से सांसद रह चुके जय प्रकाश यादव की बेटी दिव्या प्रकाश को भी तारापुर से टिकट दिया गया है। 

जय प्रकाश यादव के भाई विजय प्रकाश को जमुई से उतारा गया है। बीजेपी ने इस सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी श्रेयसी सिंह को टिकट दिया है।मोकामा से अनंत सिंह को टिकट मिला है। अनंत सिंह नामाकंन भी कर चुके हैं। पार्टी ने शेखपुरा से विजय सम्राट को टिकट दिया है। आरजेडी के टिकट पर नवादा से विभा देवी चुनाव लड़ रही हैं।

पहले चरण में तीन मुस्लिम उम्मीदवार 

आरजेडी ने पहले चरण में तीन मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है. इनमें गोविंदपुर सीट से मोहम्मद कामरान, रफीगंज से मोहम्मद नेहालुद्दीन, और बांका सीट से डॉ जावेद अंसारी शामिल हैं. 

रामगढ़ के वर्तमान विधायक को टिकट नहीं दिया गया

रामगढ़ के वर्तमान विधायक को टिकट नहीं दिया गया है। उनकी जगह जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह को टिकट दिया गया है। सुधाकर सिंह भाजपा के टिकट पर भी चुनाव लड़ चुके हैं। लेकिन हार गए थे। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को मतदान होगा और 10 नवंबर को मतगणना होगी।

राष्ट्रीय जनता दल (राजद)  के हिस्से में पहले चरण की 71 सीट में से 41 सीट आई हैं। कांग्रेस को 21 और वाम दलों को 9 सीट खाते में आई हैं। अभी तक कांग्रेस ने एक भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। राजद के 17 मौजूदा विधायकों को फिर मैदान में उतारा गया है। वहीं नए चेहरों को भी उतारा गया है, जो पहली बार चुनाव मैदान में हैं। पूर्व विधायकों और दूसरे दलों से आए लोगों को भी निराश नहीं किया गया है।

पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी और अरुण यादव की पत्नी किरण देवी को टिकट दिया गया है। राजबल्लभ यादव पर रेप का मामला चल रहा है। कई सालों से फरार हैं। विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी को टिकट दिया गया है। सबसे अहम बात यह है रालोसपा से राजद में आये भूदेव चौधरी को धोरैया से और बसपा से आये भरत बिंद को भभुआ से प्रत्याशी बनाया गया है।

विधानसभा क्षेत्र प्रत्याशियों के नाम

कुर्था: बागी कुमार वर्मा

ब्रह्मपुर: शंभुनाथ यादव

मोकामा: अनंत सिंह

सूर्यगढ़ा: प्रहलाद यादव

मखदुमपुर: सतीश दास

रजौली: प्रकाशवीर

मोहनिया: संगीता देवी

दिनारा: विजय मंडल

शेरघाटी: मंजू अग्रवाल

डेहरी: फतेह बहादुर कुशवाहा

मुंगेर: अविनाश कुमार

रफीगंज: मो. नेहालुद्दीन

बांका: जावेद इकबाल अंसारी

बड़हरा: सरोज यादव

गुरुआ: विनय यादव

मसौढ़ी: रेखा पासवान

बाराचट्टी: समता देवी

बेलहर: रामदेव यादव

बोधगया: सर्वजीत कुमार

जगदीशपुर: रामविशुन सिंह लोहिया

नोखा: अनीता देवी

जमुई: विजय प्रकाश

रामगढ़: सुधाकर सिंह

झाझा: राजेंद्र यादव

बेलागंज: सुरेंद्र यादव

चकाई: सावित्री देवी

शाहपुर: राहुल तिवारी

जहानाबाद: सुदय यादव

शेखपुरा: विजय सम्राट

गोह: भीम सिंह

नबीनगर: डब्लू सिंह

ओबरा: ऋषि सिंह

नवादा: विभा देवी

तारापुर: दिव्या प्रकाश

अतरी: अजय यादव

चैनपुर: भोला यादव

भभुआ: भरत बिंद

धुरैया: भूदेव प्रसाद

इमामगंज: उदय नारायण चौधरी

संदेश: किरण देवी

कटोरिया: स्वीटी हेम्ब्रम।

राजद ने हमारे साथ मक्कारी की, बिहार में अकेले सात सीटों पर चुनाव लड़ेंगे : झामुमो

झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आज बिहार विधानसभा चुनावों के लिए राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व में बने महागठबंधन से अलग होने की घोषणा करते हुए आरोप लगाया कि राजद ने उनके साथ राजनीतिक मक्कारी की है लिहाजा वह अकेले ही चुनाव लड़ेगी।

फिलहाल झामुमो ने झारखंड की सीमावर्ती सात विधानसभा सीटों पर अकेले के दम पर चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए कहा है कि आगे दूसरे और तीसरे चरणों के लिए कुछ अन्य सीटों पर वह अपने उम्मीदवार उतार सकती है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘राजद द्वारा हमारे साथ जो राजनीतिक मक्कारी की गयी है उसके खिलाफ हम बोलने को मजबूर हैं।’’ भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘हम बिहार चुनाव लड़ेंगे तो हमें किसी की राजनीतिक खैरात नहीं चाहिए। हम अपने संगठन के बल पर चुनाव लड़ने के लिए सक्षम हैं। इसीलिए हमने निर्णय लिया है कि बिहार विधानसभा चुनाव में हम ताल ठोंककर लड़ेंगे। हम कम सीटों पर लड़ेंगे लेकिन ताल ठोंक कर लड़ेंगे। हम न तो राजद के साथ और न ही जदयू के साथ मिलकर वहां चुनाव लड़ेंगे।’’

भट्टाचार्य ने इशारों में राजद नेता तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया, ‘‘राजद में नये नये नेता बने हैं .... वह तो सबकुछ भूल गये हैं। वह तो वास्तव में राजनीतिक मर्यादाएं ही भूल गये हैं। ’’ बिहार में महागठबंधन से अलग होने के झामुमो के फैसले का झारखंड में असर पूछे जाने पर उन्होंने दो टूक कहा, ‘‘फिलहाल झारखंड में सत्ताधारी गठबंधन पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि हम जिसके घर में दिया जलाते हैं उसे बुझाने में विश्वास नहीं रखते हैं।’’

झामुमो के मुख्य प्रवक्ता ने बड़े तल्ख स्वर में कहा, ‘‘राजद को यह नहीं भूलना चाहिए कि जब झारखंड में उनके लिए कोई एक दिया जलाने वाला नहीं था तो हमने विपक्ष में होते हुए उन्हें 2019 के विधानसभा चुनावों में उनकी राजनीतिक हैसियत से अधिक सीटें दीं और सिर्फ एक विधायक के भी चुनाव जीतने पर उसे सम्मान के साथ राज्य में मंत्री बनाया जिससे राजद के झारखंड कार्यालय में बुझा हुआ दीपक जल पाया।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘और आज लोग केवल अच्छे दिन आने के सपने देख रहे हैं और राजनीतिक मर्यादाएं भूल जा रहे हैं। कैसे चलेगा, यह सब?’’ लालू यादव से भी सवाल पूछते हुए भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘लालू जी, आप सामाजिक न्याय की बात करते हैं, तो बिहार के संबन्ध में सामाजिक न्याय के लिए झामुमो की राजनीतिक भागीदारी की बात कहां गयी ?’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने साफ किया, ‘‘हमने आज तक इंतजार किया लेकिन अब स्थितियां स्पष्ट हो गयी हैं। हम अकेले, पूरे दमखम से चुनाव लड़ेंगे।’’ 

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