Bihar Elections 2020: बिहार चुनाव के आख़िरी 36 घंटों में मुद्दों की भरमार, हवा के रुख से बदलाव के संकेत
By शीलेष शर्मा | Published: October 26, 2020 07:08 PM2020-10-26T19:08:19+5:302020-10-26T19:08:19+5:30
प्रदेश के नौजवानों की इस नब्ज़ को भॉंप कर तेजस्वी ने 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा कर मास्टर स्ट्रोक चल दिया, भाजपा ने इसके जबाब में 19 लाख रोज़गार देने की घोषणा कर दी लेकिन यह घोषणा लोगों के गले उतरते नज़र नहीं आ रही है।
नई दिल्लीः 36 घंटे बाद बिहार विधान सभा की 71 सीटों पर मतदान शुरू हो जायेगा। जातीय आधार पर वोट करने वाले बिहार में इस बार जाति के अलावा दूसरे मुद्दे ज़ोर पकड़ रहे है जिसने भाजपा और सीएम नीतीश की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
रोज़गार का सवाल मतदाताओं के सिर चढ़ कर बोल रहा है। कोरोना में लॉक डॉउन के कारण राज्य में बेरोज़गारी चरम पर है। प्रदेश के नौजवानों की इस नब्ज़ को भॉंप कर तेजस्वी ने 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा कर मास्टर स्ट्रोक चल दिया, भाजपा ने इसके जबाब में 19 लाख रोज़गार देने की घोषणा कर दी लेकिन यह घोषणा लोगों के गले उतरते नज़र नहीं आ रही है।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तेजस्वी जातीय कार्ड खेलने में पीछे नहीं रहे यह कह कर ठाकुरों के सामने जैसे लालू राज में गरीब सीना तान कर चलता था उनके राज में भी वह सीना तान कर चलेगा, इसी के साथ महँगाई का मुद्दा भी उछाल दिया है, प्याज़ नीतीश और मोदी पर भारी पड़ती नज़र आ रही है। तेजस्वी के जातीय वाले वयान को भाजपा बड़ा मुद्दा बना कर तेजस्वी पर हमलावर है, दूसरी तरफ नीतीश लालू के जंगल राज की याद दिला कर तेजस्वी पर आक्रामक हमला कर रहे हैं।
इसके बीच रामविलास पासवान के बेटे चिराग पूरी ताक़त से नितीश का खेल बिगाड़ने में जुटे हैं। शराब बंदी में माफ़िया को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगा कर जेल भेजने की भी बात कर रहे हैं। भाजपा चिराग को वोट कटुआ बता रही है ,लेकिन कोई सीधा हमला करने से बच रही है।
माना जा रहा है कि भाजपा चुनाव बाद मौका पड़ते ही नीतीश को किनारे लगा कर चिराग को गले लगा लेगी ,परन्तु यह इस बात पर निर्भर करेगा कि भाजपा अपने दम पर कितनी सीटें जीतती है। पहले चरण के मतदान से 36 घंटे पहले हवा का रुख राज्य में बदलाव की तरफ इशारा कर रही है। बदलाव किसके पक्ष में होगा यह चुनाव के परिणाम बतायेंगे।