बिहारः किशनगंज में आदिवासियों और चाय बगान मालिक के बीच हिंसक झड़प, तीर से कई घायल
By एस पी सिन्हा | Published: June 6, 2019 01:59 AM2019-06-06T01:59:52+5:302019-06-06T01:59:52+5:30
इस दौरान स्थानीय लोगों और आदिवासियों के बीच हुए हिंसक झडप की खबर पा कर एक दर्जन थानों की पुलिस पहुंच गई. इस दौरान समझाने गए डीएम पर भी पत्थर फेंके गए.
पटना, 5 जूनःबिहार के किशनगंज में पिछले डेढ माह से आदिवासी ने मो. इम्तियाज की चाय बागान को जबरन कब्जा कर लिया है. चाय बागान पर स्थानीय आदिवसियों के द्वारा कब्जा किये जाने के बाद आज स्थिति उस समय बिगड गई, जब वहां पूजा कर रहे आदिवासियों को रोकने के लिए बागान मालिक मो. इम्तियाज के लोगों और आदिवासियों के बीच हिंसक झडप हो गई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार वहां पहुंचे लोगों पर आदिवासियों ने तीर से हमला कर दिया. इसमें आधा दर्जन लोगों को तीर लगी है, जिसमें कई युवकों के सीने में धंस गया है. तीर लगने से कई युवकों की हालत गंभीर बताई जा रही है. इस दौरान स्थानीय लोगों और आदिवासियों के बीच हुए हिंसक झडप की खबर पा कर एक दर्जन थानों की पुलिस पहुंच गई. इस दौरान समझाने गए डीएम पर भी पत्थर फेंके गए.
ऐसे में बचाव के लिए पुलिस को लाठियां भाजनी पडी. पुलिस ने और बल प्रयोग किया तो आदिवासियों ने गाडियों पर हमला कर दिया. पुलिस के जवानों ने उनकी झोपडियों में आग लगा दी. बताया जाता है कि प्रशासन ने इनको सरकारी नियमों के हवाले से 5 डिसमिल जमीन का आफर दिया था, मगर आदिवासियों के द्वारा एक बीघा जमीन की मांग कर रहे हैं. दो और चाय बागानों पर भी इन्होंने कब्जे का प्रयास किया, मगर पुलिस ने विफल कर दिया.
उधर, आदिवासियो का कहना है कि वे वर्षो से भूमिहीन होने के साथ सरकारी योजनाओ से आजतक वंचित हैं. आज भी दर्जनो परिवार संग सैकडों लोगो को वोटर आईकार्ड संग अधार कार्ड नही मिला है. जब-जब हमे जमीन दी जाती है तो ऐसी जगह दी जाती है, जो बसोवास के लायक नही होती है. कभी नदी किनारे तो कभी बंजर रूपी जमीन प्रदान की जाती है. जिससे मजबूरन हमें यह कदम उठाना पडता है.