बिहार: मिड-डे मील खाने के बाद 37 बच्चे, रसोइया अस्पताल में भर्ती, शिक्षा अधिकारी ने कही ये बात
By अनिल शर्मा | Published: July 28, 2022 04:46 PM2022-07-28T16:46:55+5:302022-07-28T16:51:43+5:30
घटना को लेकर पूर्वी चंपारण के सिविल सर्जन ने कहा, “प्रथम दृष्टया, यह बीमारी फूड प्वाइजनिंग के कारण हुई प्रतीत होती है। इन छात्रों को 24 घंटे हमारी सक्रिय निगरानी में रखा गया है।
पटनाः बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के पकारीदयाल उपखंड के गांव के एक सरकारी स्कूल में कथित तौर पर मिड-डे मिल खाने के बाद बुधवार शाम कम से कम 37 बच्चों और एक रसोइए को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटना की जानकारी देते हुए पकारीदयाल के उप मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) कुमार रवींद्र ने कहा कि सिशानी गांव में राजकीय मध्य विद्यालय के 37 छात्रों ने बुधवार को अपने गांव के स्कूल में दोपहर का भोजन खाने के कुछ घंटों बाद बेचैनी, पेट दर्द की शिकायत की।
सब डिविजनल मजिस्ट्रेट ने कहा, “मामला हमारे संज्ञान में आने के तुरंत बाद, हमने शाम को उनके घरों से पकारीदयाल के उपखंड अस्पताल में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की व्यवस्था की, जहां उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि मामले की आगे की जांच चल रही है।
घटना को लेकर पूर्वी चंपारण के सिविल सर्जन ने कहा, “प्रथम दृष्टया, यह बीमारी फूड प्वाइजनिंग के कारण हुई प्रतीत होती है। इन छात्रों को 24 घंटे हमारी सक्रिय निगरानी में रखा गया है। हालांकि, भोजन के नमूने की जांच के बाद सटीक कारण का पता चल सकता है।”
इस बीच, अधिकारियों को संदेह है कि भोजन तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले खाद्य तेल की गुणवत्ता घटिया थी। एसडीएम कुमार ने कहा, “रसोइया को संदेह था कि खाद्य तेल में कुछ समस्या थी। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) मामले की जांच कर रहे हैं और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”