Bharat Bandh: भारत बंद के दौरान बैंकों का काम रहेगा ठप, जानें हड़ताल से जुड़ी अहम बातें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 8, 2020 10:01 AM2020-01-08T10:01:18+5:302020-01-08T10:03:59+5:30
यूनियनों ने कहा है कि भारत बंद में न्यूनतम मजदूरी और सामाजिक सुरक्षा से संबंधित 12 सूत्रीय आम मांग के लिए 250 मिलियन से अधिक कार्यकर्ता भाग लेंगे। कई बैंक और कृषि संघ भी हड़ताल में भाग लेंगे।
दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने कहा है कि सरकार की "जनविरोधी" नीतियों के विरोध में लगभग 25 करोड़ लोग देशव्यापी हड़ताल में भाग लेंगे।
सरकार की विनिवेश, निजीकरण और श्रम सुधार नीतियों के खिलाफ 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों से जुड़े लाखों श्रमिक बुधवार को हड़ताल पर जाएंगे।
यूनियनों ने कहा है कि भारत बंद में न्यूनतम मजदूरी और सामाजिक सुरक्षा से संबंधित 12 सूत्रीय आम मांग के लिए 250 मिलियन से अधिक कार्यकर्ता भाग लेंगे। कई बैंक और कृषि संघ भी हड़ताल में भाग लेंगे।
यहां देखें :- Bharat Bandh: के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प की तस्वीरें
बुधवार को हो रहे भारत बंद से जुड़ी जरूरी बातें जो आपको जानना जरूरी है:
हड़ताल किस समय शुरू होगी?
24 घंटे की अखिल भारतीय हड़ताल बुधवार को सुबह 6 बजे शुरू है।
भारत बंद में कौन से ट्रेड यूनियन भाग ले रहे हैं?
* इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC)
* अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC)
* हिंद मजदूर सभा (HMS)
* भारतीय व्यापार संघों का केंद्र (सीटू)
* ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर ( AIUTUC)
* ट्रेड यूनियन समन्वय केंद्र (TUCC)
* सेल्फ एम्प्लॉयड वीमेन एसोसिएशन (SEWA)
* ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (AICCTU)
* लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (LPF)
* यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (UTUC)
कौन से बैंक यूनियन हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं?
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ
अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संघ (AIBOA)
बैंक इम्प्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया
भारतीय राष्ट्रीय बैंक कर्मचारी महासंघ (INBEF)
भारतीय राष्ट्रीय बैंक अधिकारी कांग्रेस INBOC
बैंक कर्मचारी सेना महासंघ (BKSM)
बैंक यूनियनें हड़ताल में क्यों शामिल हो रही हैं?
बैंकिंग यूनियनों और पीएसयू बैंकों के मेगा-विलय के विरोध में बैंक यूनियन हड़ताल करेंगे। वे एक समान पांच-दिवसीय सप्ताह के बगल में वेतन वृद्धि की मांग कर रहे हैं।
कौन सी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होंगी?
हड़ताल के कारण कई स्थानों पर शाखाओं और एटीएम में बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। आप बैंकों से नकदी निकालने और जमा करने में सक्षम नहीं होंगे और चेक समाशोधन भी नहीं किया जाएगा। हालांकि, ऑनलाइन बैंकिंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
हड़ताल का समर्थन करने वाले अन्य संगठन क्या हैं?
कई किसान और कृषि श्रमिक संघ भी हड़ताल का समर्थन करेंगे और ग्रामीण भारत बंद का निरीक्षण करेंगे। सेक्टोरल इंडिपेंडेंट फेडरेशन और एसोसिएशन भारत बंद का हिस्सा होंगे।
सरकार ने क्या कहा है?
सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (सार्वजनिक उपक्रमों) को अपने कर्मचारियों को भारत बंद में भाग लेने से रोकने के लिए कहा है और कहा है कि हड़ताली श्रमिकों पर "परिणाम के अलावा, वेतन की कटौती के साथ उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शामिल हो सकती है"।
सरकार ने सार्वजनिक उपक्रमों को उद्यमों की सुचारू कार्यप्रणाली सुनिश्चित करने के लिए एक आकस्मिक योजना तैयार करने की भी सलाह दी है।
कौन सा संघ भाग नहीं ले रहा है?
समाचार एजेंसी पीटीआई ने खबर दी है कि भारतीय मजदूर संघ भारत बंद में हिस्सा नहीं ले रहा है।