बाबुल सुप्रियो ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की, कहा- ममता बनर्जी सरकार ने जो किया वह दु:खद
By भाषा | Published: October 11, 2020 07:57 PM2020-10-11T19:57:59+5:302020-10-11T19:58:23+5:30
बाबुल सुप्रियो ने संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि पुलिस ने बृहस्पतिवार को भाजपा की एक विरोध रैली के दौरान योजनाबद्ध तरीके से सिख समुदाय के एक व्यक्ति को खींचा, उन पर हमला किया और उनकी पगड़ी गिरा दी।
कोलकाता: नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्री बाबुल सुप्रियो ने रविवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में अल-कायदा के संदिग्धों की गिरफ्तारी से लेकर एक सिख व्यक्ति और उसकी पगड़ी से जुड़े विवाद तक हालिया घटनाक्रम दिखाते हैं कि इस राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने के हालात हैं।
आसनसोल से लोकसभा सदस्य ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में विपक्षी दलों को दबा रही हैं और वह जमीनी स्तर पर अपने संघर्ष को भूल गयी लगती हैं। सुप्रियो ने संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि पुलिस ने बृहस्पतिवार को भाजपा की एक विरोध रैली के दौरान योजनाबद्ध तरीके से सिख समुदाय के एक व्यक्ति को खींचा, उन पर हमला किया और उनकी पगड़ी गिरा दी।
उन्होंने कहा, ‘‘सिख समुदाय के एक सदस्य पर हमले से लेकर, अल-कायदा सदस्यों की गिरफ्तारी और मनीष शुक्ला एवं अन्य राजनीतिक विरोधियों की हत्या तक घटनाक्रम दिखाते हैं कि यह पश्चिम बंगाल में अनुच्छेद 365 को लागू करने का सही मामला है।’’
केंद्रीय मंत्री के दावों का विरोध करते हुए तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय ने कहा कि सुप्रियो नौसिखिया हैं और उन्हें उन परिस्थितियों की जानकारी नहीं है जिनमें राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है।