अयोध्या मामले पर एक-दो दिन में दाखिल होंगी छह अलग-अलग पुनर्विचार याचिकाएं, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दी जानकारी
By भाषा | Published: December 5, 2019 08:40 PM2019-12-05T20:40:12+5:302019-12-05T20:40:12+5:30
अयोध्या मामलाः याचिकाएं महफूजुर्रहमान, मिसबाहुद्दीन, हाजी महबूब, मोहम्मद उमर, हाजी असद, उनके भाई रिजवान और मौलाना हसबुल्ला की तरफ से दाखिल होंगी। इनमें
अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के हाल के निर्णय पर बाकी पक्षकारों की पुनर्विचार याचिकाएं शुक्रवार या शनिवार को दाखिल कर दी जाएंगी। ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के सचिव जफरयाब जिलानी ने गुरुवार को बताया कि बोर्ड के आह्वान पर शुक्रवार या शनिवार को छह अलग-अलग पुनर्विचार याचिकाएं दाखिल की जाएंगी।
उन्होंने बताया कि ये याचिकाएं महफूजुर्रहमान, मिसबाहुद्दीन, हाजी महबूब, मोहम्मद उमर, हाजी असद, उनके भाई रिजवान और मौलाना हसबुल्ला की तरफ से दाखिल होंगी। इनमें से असद और रिजवान संयुक्त रूप से याचिका दाखिल करेंगे और जमीयत द्वारा दाखिल याचिका को भी मिला लें तो कुल सात याचिकाएं दाखिल की जाएंगी।
जिलानी ने बताया कि इससे पहले जमीयत उलमा-ए-हिन्द की तरफ से मौलाना अशहद रशीदी पहले ही पुनर्विचार याचिका दाखिल कर चुके हैं। मालूम हो कि एआईएमपीएलबी ने अयोध्या मामले में गत नौ नवम्बर को दिये गये निर्णय को विरोधाभासी बताते हुए इस पर पुनर्विचार की याचिका दाखिल कराने का फैसला किया था।
न्यायालय ने नौ नवम्बर के फैसले में विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण कराने और मुसलमानों को मस्जिद बनाने के लिये अयोध्या में किसी अन्य स्थान पर पांच एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था।
जिलानी ने छह दिसम्बर को बाबरी विध्वंस की बरसी पर 'यौम-ए-गम' मनाये जाने के सवाल पर कहा कि बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी ने अपनी विभिन्न जिला कमेटियों से कहा है कि अगर वे चाहें तो गम मना सकती हैं, क्योंकि अभी बाबरी मस्जिद मामले का पूरी तरह निपटारा होना बाकी है।