चंद्रमा पर कदम रख कर लौटे अंतरिक्ष यात्रियों का हवाई में हर्षोल्लास से किया गया था स्वागत
By भाषा | Published: July 30, 2019 06:22 AM2019-07-30T06:22:28+5:302019-07-30T06:22:28+5:30
बीते हफ्ते चंद्रयात्रा की 50वीं वर्षगांठ मनाई गई। चंद्रमा पर पड़े ऐतिहासिक कदमों के बाद नासा के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन तीनों अंतरिक्षयात्रियों को सुरक्षित पृथ्वी पर लाना और लौटते वक्त हवाई के पानी में उतरे उनके अंतरिक्षयान को सही सलामत बाहर लाना था।
चंद्रमा पर सबसे पहले कदम रखने वाले नील आर्मस्ट्रॉन्ग, एडविन “बज’’ और माइकल कॉलिन्स की चंद्रमा यात्रा हवाई में उतरने के साथ समाप्त हुई थी जहां लोगों ने पूरे उत्साह एवं गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया था।
बीते हफ्ते चंद्रयात्रा की 50वीं वर्षगांठ मनाई गई। चंद्रमा पर पड़े ऐतिहासिक कदमों के बाद नासा के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन तीनों अंतरिक्षयात्रियों को सुरक्षित पृथ्वी पर लाना और लौटते वक्त हवाई के पानी में उतरे उनके अंतरिक्षयान को सही सलामत बाहर लाना था।
होनोलूलू स्टार एडवर्टाइजर ने अंतरिक्ष यात्रियों के पृथ्वी पर लौटने की वर्षगांठ के मौके पर बुधवार को खबर दी कि उनका यान 25,000 मील प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी के वातावरण में घुसा और एक आग का गोला बनाता हुआ आया जो वहां इंतजार कर रहे पोत यूएसएस होर्नेट के चालक दल के सदस्यों को स्पष्ट नजर आया।
वांस हेगे जो होर्नेट पर उस वक्त 20 साल के नौसैनिक थे, ने याद किया, “वह जब आकाश से बाहर आया तो वह एक उल्का पिंड जैसा दिख रहा था।” दो ध्वनि विस्फोट के बाद तीन विशाल पैराशूट प्रशांत महासागर की ओर बढ़ने लगे। हेगे जो अब 70 साल के हो चुके हैं, ने याद किया कि कमांड मॉड्यूल के “आस-पास नौसेना के कई हेलीकॉप्टर” मंडरा रहे थे।
अंतरिक्षयात्रियों को निकाल कर पोत के एक अलग कक्ष में रखा गया था जहां तीनों से राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने मुलाकात की थी और बाद में वे पर्ल हार्बर के लिए रवाना हुए। ह्यूस्टन वापस जाने के लिए 26 जुलाई, 1969 को विमान में सवार होने के दौरान तीनों को देखने के लिए 25,000 लोग पहुंचे थे।
तत्कालीन गवर्नर ए बर्न्स ने माइक्रोफोन सिस्टम के जरिए अंतरिक्षयात्रियों को बताया था कि हवाई, चंद्रमा से लौटे इन तीनों का स्वागत करने वाला पहला राज्य बन कर “अत्यंत गर्व’’ महसूस कर रहा है।
आर्मस्ट्रॉन्ग ने उस अलग कक्ष के भीतर से कहा था, “हम यहां मौजूद रहने के लिए आप सभी का शुक्रिया अदा करते हैं। यह संभवत: गर्मजोशी से भरा ऐसा स्वागत है जो शायद ही किसी व्यक्ति या समूह ने कभी देखा हो।” एपी नेहा नरेश नरेश