असम: हिंदुओं के शामिल होने पर उपद्रवियों ने चर्च में घुस क्रिसमस जश्न को बाधित किया, कहा- तुलसी दिवस मनाना चाहिए
By विशाल कुमार | Published: December 26, 2021 12:01 PM2021-12-26T12:01:00+5:302021-12-27T16:37:54+5:30
दक्षिणपंथी उपद्रवियों ने दावा किया कि क्रिसमस मनाने वाले ईसाइयों के साथ उन्हें कोई समस्या नहीं है, लेकिन उन्होंने घोषणा की कि वे हिंदुओं को ऐसा नहीं करने देंगे, क्योंकि 25 दिसंबर को तुलसी दिवस भी था।
गुवाहाटी:असम के सिलचर में शनिवार को सत्ताधारी भाजपा से जुड़े दक्षिणपंथी समूह बजरंग दल के सदस्य होने का दावा करने वाले क्रिसमस के जश्न को बाधित करते हुए एक चर्च में घुस गए और चर्च को बंद करने की मांग की क्योकि वे नहीं चाहते कि कार्यक्रम में हिंदू भागीदारी करें।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणपंथी गुंडों ने दावा किया कि क्रिसमस मनाने वाले ईसाइयों के साथ उन्हें कोई समस्या नहीं है, लेकिन उन्होंने घोषणा की कि वे हिंदुओं को ऐसा नहीं करने देंगे, क्योंकि 25 दिसंबर को तुलसी दिवस भी था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अभी तक कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है इसलिए कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस ने इसे छोटी-मोटी घटना करार देते हुए कहा कि इस पर स्वत: संज्ञान लेने की आवश्यकता नहीं है।
सोशल मीडिया पर साझा किए जा रहे एक वीडियो में भगवा टोपी पहने एक हमलावर कहता है कि हम क्रिसमस के खिलाफ नहीं हैं. केवल ईसाइयों को जश्न मनाने दीजिए. हम क्रिसमस समारोह में भाग लेने वाले हिंदू लड़के और लड़कियों के खिलाफ हैं। आज हिंदुओं का तुलसा दिवस था, लेकिन किसी ने नहीं मनाया। इससे हमारी भावनाएं आहत होती हैं... हर कोई मेरी क्रिसमस कह रहा है। हमारा धर्म कैसे बचेगा?
घटना के वीडियो में सैकड़ों लोगों को टिमटिमाती रोशनी के साथ एक बड़े क्रिसमस ट्री के आसपास (कुछ के चेहरे पर मास्क नहीं हैं और सामाजिक दूरी का भी पालन नहीं कर रहे) मंडराते हुए दिखाया गया है। वीडियो में क्रिसमस मनाने से रोके गए लोगों का एक समूह चर्च के बाहर गेट पर खड़ा है और वहां कुछ पुलिसवाले भी हैं।
कल हरियाणा के गुरुग्राम में भी क्रिसमस मनाने वालों पर हमले किए गए. वहीं, धर्मांतरण रोधी कानून लाने जा रहे भाजपा शासित कर्नाटक में भी हाल के दिनों में चर्चों पर कई हमले हुए. पिछले 11 महीने में वहां करीब 40 हमले चर्चों पर हुए हैं।