असम में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 80 हुई, कई अब भी गंभीर, मामले की जांच जारी
By विनीत कुमार | Published: February 23, 2019 03:40 PM2019-02-23T15:40:40+5:302019-02-23T15:40:40+5:30
जोरहाट कॉलेज अस्पताल का दौरा करने के बाद मंत्री ने सुबह बताय था कि मौत का आंकड़ा हर मिनट बढ़ रहा है।
असम के गोलाघाट और जोरहाट में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 80 पहुंच गई है। इससे पहले शनिवार सुबह तक ये संख्या 59 तक थी। हालांकि, दोपहर बाद असम स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मरने वालों की संख्या 80 पहुंच गई जिसके और बढ़ने की आशंका है। बताया जा रहा है कि करीब 100 लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।
जोरहाट कॉलेज अस्पताल का दौरा करने के बाद मंत्री ने सुबह बताया था कि मौत का आंकड़ा हर मिनट बढ़ रहा है। मरने वालों में कम से कम सात महिलाएं भी हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार चाय बागानों में काम करने वालों ने गुरुवार शाम को शराब पी थी। इसके बाद तत्काल चार महिलाओं की मौत हो गई और अब तक ये संख्या 80 जा पहुंची है।
पुलिस ने इस घटना के बाद बागान के पास जुगीबारी में अवैध शराब बनाने वाली फैक्ट्री के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान इंदुकाल्पा बोरडोलोई और डेबा बोरा के तौर पर हुई है। पुलिस ने इस घटना में शामिल और आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी रखा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार ये शराब इस क्षेत्र में केवल 10 से 20 रुपये में बेचे जाते हैं। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने घटना की जांच के आदेश दे दिये हैं। साथ ही दो आबकारी अधिकारियों को भी सस्पेंड किया गया है। इन सबके बीच असम के आबकारी मंत्री परिमल शुक्लबैद्य ने कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा।
शराबबंदी की मांग करने वाले कार्यकर्ता और स्थानीय निवासी और कार् प्रबीन दास ने इस पूरी घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर आरोप मढ़ा है। प्रबीन के अनुसार जहरीली शराब के निर्माण को रोकने में राज्या का आबकारी विभाग पूरी तरह से नाकाम रहा है। प्रबीन के अनुसार यह सबकुछ आबकारी विभाग और अवैध शराब बनाने वालों के बीच मिलीभगत के कारण होता है।
(भाषा इनपुट)