Rajya Sabha Polls: एनसीपी को कोर्ट से झटका, नवाब मलिक और अनिल देशमुख राज्यसभा चुनाव में नहीं कर सकते मतदान
By रुस्तम राणा | Published: June 9, 2022 04:01 PM2022-06-09T16:01:19+5:302022-06-09T16:07:00+5:30
कोर्ट का यह फैसला चुनाव से एक दिन पहले आया है जिसमें हर वोट मायने रखता है। माना जा रहा है कि अदालत के फैसले के खिलाफ दोनों हाईकोर्ट जा सकते हैं।
मुंबई: महाराष्ट्र सत्तारूढ़ पार्टी के गिरफ्तार नेता नवाब मलिक और अनिल देशमुख को राज्यसभा चुनाव में वोट देने के लिए जमानत नहीं मिलेगी, मुंबई की एक अदालत ने आज फैसला सुनाया है। कोर्ट का यह फैसला चुनाव से एक दिन पहले आया है जिसमें हर वोट मायने रखता है। माना जा रहा है कि अदालत के फैसले के खिलाफ दोनों हाईकोर्ट जा सकते हैं।
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक फरवरी में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी के बाद से जेल में हैं। वहीं राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख भी इसी तरह के आरोपों में सलाखों के पीछ हैं। दोनों ने कोर्ट से शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव में वोट डालने के लिए एक दिन की जमानत का अनुरोध किया था।
नवाब मलिक ने अदालत को बताया था कि वह एक निर्वाचित विधायक हैं और राज्यसभा के लिए एक प्रतिनिधि चुनने में अपने निर्वाचन क्षेत्र के निवासियों का प्रतिनिधित्व करने के लिए कर्तव्यबद्ध हैं। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में छह राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होंगे और दो दशक से अधिक समय में पहली बार सात उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है।
सत्तारूढ़ शिवसेना ने दो उम्मीदवार संजय राउत और संजय पवार को मैदान में उतारा है। जबकि विपक्षी भाजपा से तीन उम्मीदवार मैदान में हैं। बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और धनंजय महादिक को राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस ने एक-एक उम्मीदवार प्रफुल्ल पटेल और इमरान प्रतापगढ़ी को नामित किया है।
गणित के अनुसार, राज्यसभा सीट जीतने के लिए किसी भी उम्मीदवार को 42 वोट चाहिए। शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी के पास राज्यसभा की छह में से तीन सीटें जीतने की संख्या है, जिसके लिए 288 विधायक मतदान करेंगे।
वहीं भाजपा, जिसके विधानसभा में 106 सदस्य थे, अपने दम पर दो जीत सकती है, लेकिन उसने छठी सीट के लिए भाजपा के धनंजय महादिक और शिवसेना के संजय पवार के बीच एक तीसरे को मैदान में उतारा है।
सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए हर वोट महत्वपूर्ण है, जिससे वह अपने दूसरे उम्मीदवार संजय पवार को राज्यसभा भेज सके। इसमें छोटे दल और निर्दलीय, जिनके पास 29 विधायक हैं। वे इसमें बड़ी भूमिका निभाएंगे।
शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने अपने विधायकों को “अवैध शिकार” को रोकने के लिए रिसॉर्ट्स में स्थानांतरित कर दिया है। दूसरी ओर, भाजपा के देवेंद्र फडणवीस, निर्दलीय विधायकों से संपर्क साध रहे हैं।