भारतीय सेना ने 30 जुलाई को कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी आतंकवादियों का पता लगाया।
भारतीय सैनिकों ने जैसे ही आतंकवादियों का पता लगाया और उन्हें अपने क्षेत्र में लौटने के लिए मजबूर किया, उन्होंने घुसपैठ करना शुरू कर दिया। वे भारतीय चौकियों पर हमले और घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। पहले भी खुफिया एजेंसियों ने ऐसे वीडियो जारी किए हैं।
कैसे पीओके के रास्ते जम्मू कश्मीर में कई जगहों पर आतंकी घुस रहे हैं। पीओके में कैसे लांचिंग पैड बन रहे हैं और आतंकी किसी भी वक्त साजिश का प्लान रच रहे हैं। इस ताजे वीडियो में जब सेना ने रोका- बंदूक तानी तो आतंकियों ने भी जबावी गोलीबारी शुरू कर दी।
कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में 3-4 हजार आतंकी
घाटी में अशांति पैदा करने के लिए करीब 3000-4000 प्रशिक्षित आतंकवादियों के घुसपैठ की फिराक में होने की सूचना मिलने के बाद भारतीय सुरक्षा बलों को जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर इस तरह की किसी भी कोशिश से प्रभावी तौर पर निपटने के लिए पूरी छूट दी गई है।
इंटेलिजेंस एजेंसियों को इनपुट्स मिले हैं कि संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक खत्म होने के बाद पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के पास कुछ बड़ा करने की तैयारी में है। इसके लिए नागरिकों को शील्ड बनाया जा सकता है। इंटेलिजेंस एजेंसियों ने एलओसी के पास सुरक्षाबलों को अलर्ट कर दिया है।
सूत्रों ने इनपुट्स के हवाले से बताया कि पाकिस्तानी सेना और ‘जमात-उल-अल-हदीस’ ने 3 हजार से 4 हजार युवाओं को अक्टूबर के पहले हफ्ते में एलओसी के उल्लंघन के लिए तैयार किया है। इन्हें एक महीने तक ट्रेनिंग दी गई है. ‘जमात-उल-अल-हदीस’ 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का नया फ्रंटल संगठन है।
सैन्य सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि भारत में घुसने का इंतजार कर रहे कुछ आतंकवादियों को बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के शिविर में प्रशिक्षित किया गया, जहां भारतीय वायु सेना ने फरवरी में बम गिराये थे।
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान ने हाल ही में बालाकोट आतंकवादी शिविर को फिर से सक्रिय किया है। सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों का एक बड़ा समूह पाकिस्तानी सीमा की ओर लीपा घाटी में आतंकी लॉन्च पैड्स पर इंतजार कर रहा है।
खुफिया सूचनाओं के अनुसार, पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह कई प्रमुख शहरों में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बना सकते हैं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की योजना कश्मीर में अशांति फैलाने की है ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने यह दिखाया जा सके कि भारत द्वारा जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाये जाने के बाद से घाटी में स्थिति बिगड़ रही है। सूत्रों ने बताया कि सेना अत्यंत चौकन्ना है और उसे किसी भी सुरक्षा चुनौती से ‘‘प्रभावी’’ रूप से निपटने के लिए पूरी छूट दी गई है।