आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा- जवान सोशल मीडिया का इस्तेमाल करें लेकिन अनुशासन में रहकर
By भारती द्विवेदी | Published: September 4, 2018 11:39 AM2018-09-04T11:39:42+5:302018-09-04T11:41:38+5:30
सोशल मीडिया का इस्तेमाल दुश्मन मनोवैज्ञानिक लड़ाई के लिए कर सकते हैं।
नई दिल्ली, 4 सितंबर: आर्मी चीफ बिपिन रावत ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में जवानों द्वारा सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर बात करते हुए अपनी राय रखी है। आर्मी चीफ ने कहा है कि सोशल मीडिया अभी के समय की जरूरत है। आजकल होने वाली लड़ाई में जानकारी जुटाने वाला युद्ध जरूरी है। जवान सोशल मीडिया का इस्तेमाल ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तरह कर सकते हैं।
In modern day warfare, info warfare is important&within it,we've started talking about Artificial Intelligence(AI). If we have to leverage AI to our advantage we must engage through social media as a lot of what we wish to gain as part of AI will come via social media: Army Chief pic.twitter.com/R6qoQdrTUz
— ANI (@ANI) September 4, 2018
आर्मी चीफ ने कहा है- 'हमें सलाह दी गई कि हमें जवानों को सोशल मीडिया से दूर रहने की सलाह देनी चाहिए। क्या आप एक सैनिक का फोन से दूर सकते हैं। अगर आप उन्हें फोन इस्तेमाल करने से रोक नहीं सकते हैं तो बेहतर है कि उन्हें अनुमति दे दी जाए। लेकिन ये जरूरी है कि जवान में रहकर फोन का इस्तेमाल करें। '
We have received advice that we should advise our soldiers to stay away from social media. Can you deny a soldier from the possession of a smart-phone. If you can't prevent usage of smartphone, best to allow it,but important to have means of imposing discipline:COAS General Rawat pic.twitter.com/Fv9QMbA8Xl
— ANI (@ANI) September 4, 2018
उन्होंने आगे कहा कि हम एक सैनिक को स्मार्ट फोन रखने से रोक नहीं सकते हैं। सैनिक अब स्मार्ट फोन रखेंगे और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करेंगे। सोशल मीडिया के जरिए बहुत कुछ हासिल होगा लेकिन अनुशासन जरूरी है।सोशल मीडिया का इस्तेमाल दुश्मन मनोवैज्ञानिक लड़ाई के लिए कर सकते हैं। सोशल मीडिया का इस्तेमाल ऑर्टफिशियल इंटेलिजेंस की तरह करें।