अर्जुन के तीरों में थी परमाणु शक्ति, रामायण के समय में था ‘पुष्पक विमान’: बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ का दावा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 15, 2020 07:47 AM2020-01-15T07:47:15+5:302020-01-15T07:47:15+5:30
उन्होंने कहा कि महाकाव्य महाभारत में ऐसा प्रसंग है कि कुरुक्षेत्र के युद्ध के दौरान संजय ने हस्तिनापुर में बैठकर दृष्टिबाधित नरेश धृतराष्ट्र को आंखों देखा हाल सुनाया था। इसके लिए संजय के पास दिव्यदृष्टि जैसी कोई शक्ति थी।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि महाभारत के समय भी अर्जुन के तीरों मे परमाणु शक्ति थी और रामायण के दिनों में भी 'पुष्पक विमान' था। एक कार्यक्रम में धनखड़ ने कहा कि यह 20वीं सदी में नहीं, बल्कि रामायण के दिनों में हमारे पास पुष्पक विमान था। संजय ने महाभारत का पूरा युद्ध घृतराष्ट्र को टीवी पर देखकर सुनाया था। इसके अलावा उन्होंने बताया कि महाभारत में अर्जुन के तीरों में परमाणु शक्ति थी।
उन्होंने कहा कि महाकाव्य महाभारत में ऐसा प्रसंग है कि कुरुक्षेत्र के युद्ध के दौरान संजय ने हस्तिनापुर में बैठकर दृष्टिबाधित नरेश धृतराष्ट्र को आंखों देखा हाल सुनाया था। इसके लिए संजय के पास दिव्यदृष्टि जैसी कोई शक्ति थी।
बता दें कि जगदीप धनखड़ ने जुलाई 2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के तौर पर शपथ ली थी। वह अकसर अपने बयानों के लिए और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ चर्चा में रहते हैं। पिछले महीने राज्यपाल धनखड़ ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फैसले की आलोचना की थी।
उन्होंने ट्वीट किया था, 'मैं दुखी हूं कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रैली बुलाई। यह असंवैधानिक है। ऐसे वक्त में मुख्यमंत्री को भड़काऊ काम करने की जगह राज्य की कानून-व्यवस्था को बेहतर करने पर ध्यान देना चाहिए।'