किसान महापंचायत पर बोले अनुराग ठाकुर, कुछ लोग गलत सूचना फैला रहे हैं, दो साल में कौन सी मंडी बंद हुई आप बताएं
By कोमल बड़ोदेकर | Published: September 5, 2021 07:33 PM2021-09-05T19:33:02+5:302021-09-05T19:36:34+5:30
Muzaffarnagar Kisan Mahapanchayat: मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि, किसानों के साथ केंद्र सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ एक नहीं बल्कि 11 दौर की बैठक हो चुकी हैं.
Muzaffarnagar Kisan Mahapanchayat: मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि, किसानों के साथ केंद्र सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ एक नहीं बल्कि 11 दौर की बैठक हो चुकी हैं. केंद्र सरकार ने और कृषि मंत्री ने किसानों से कहा है कि वे हमेशा किसानों से बातचीत के लिए तैयार हैं. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि, केंद्र सरकार ने इस साल एमएसपी में वृद्धि की है और एमएसपी पर अधिक कृषि उपज की खरीद की है.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि, कुछ लोग गलत सूचना फैला रहे हैं कि मंडियां बंद बंद हो जाएंगी. ये पूरी तरह से गलत तथ्य है कि मंडिया बंद हो जाएंगी. पिछले दो साल में कौन सी मंडी बंद हुई है. अनुराग ठाकुर ने कहा, उनका (किसान) कहना है कि एमएसपी पर कृषि उपज की खरीद नहीं की जाएगी. इसके उलट, इस साल एमएसपी पर खरीद अधिक हुई है.
Some people are spreading misinformation that mandis will be closed. Which mandi was closed in the last two years? They (farmers) say agri produce will not be procured on MSP. On the contrary, procurement on MSP was higher this year: Union Minister Anurag Thakur in Bengaluru pic.twitter.com/aY7zq3D8wC
— ANI (@ANI) September 5, 2021
वहीं इससे पहले मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत में देश भर के किसानों को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. इसके साथ ही किसान नेता राकेश टिकैत ने मोदी सरकार को दो टूक कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसान वहां से तब तक नहीं हटेंगे जब तक किसानों की मांगे पूरी नहीं हो जाती. उन्होंने कहा कि भले ही किसानों का वहां कब्रिस्तान बन जाए लेकिन किसान वहां से नहीं हटेंगे.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि, हम संकल्प लेते हैं कि हम धरना स्थल को वहां (दिल्ली सीमा पर) नहीं छोड़ेंगे, भले ही हमारा कब्रिस्तान वहां बना हो. जरूरत पड़ने पर हम अपनी जान भी दे देंगे, लेकिन जब तक हम विजयी नहीं होंगे तब तक धरना स्थल नहीं छोड़ेंगे.
वहीं आंदोलन खत्म करने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा कि, जब भारत सरकार हमें बातचीत के लिए आमंत्रित करेगी, हम जाएंगे. जब तक मोदी सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करती तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि, अंग्रेजों से आजादी के लिए 90 साल तक संघर्ष चला, इसलिए मुझे नहीं पता कि किसानों का यह आंदोलन कब तक चलेगा. राकेश टिकैत ने दो टूक कहा कि जब तक तीनों काले कृषि कानून वापस नहीं ले लिए जाते और जब तक मोदी सरकार किसानों की मांगे नहीं मान लेती. तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा.