RJD Manifesto: ये 'टुकड़े-टुकड़े' गैंग का गठबंधन है, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा
By धीरज मिश्रा | Published: April 13, 2024 05:42 PM2024-04-13T17:42:28+5:302024-04-13T17:44:47+5:30
RJD Manifesto: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के द्वारा शनिवार को घोषणा पत्र जारी किया गया। इस घोषणा पत्र पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने तंज कसा है।
RJD Manifesto: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के द्वारा शनिवार को घोषणा पत्र जारी किया गया। इस घोषणा पत्र पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि यह टुकड़े-टुकड़े गैंग का गठबंधन है। इनका घोषणा पत्र भी टुकड़ों में आ रहा है। मालूम हो कि कांग्रेस ने इससे पहले एक घोषणा पत्र जारी किया था। आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए 'परिवर्तन पत्र' लॉन्च किया और कहा कि पार्टी घोषणा पत्र में दिए गए 24 वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इंडी गठबंधन का…
— Anurag Thakur (मोदी का परिवार) (@ianuragthakur) April 13, 2024
नेता- एक नहीं
नीयत-एक नहीं
नेतृत्व- एक नहीं
विचार- एक नहीं
संकल्प -एक नहीं
अब…घोषणा पत्र भी एक नहीं ❌
देश ना टुकड़े-टुकड़े गठबंधन को स्वीकारेगा ना ही टुकड़ों में बँटा इनका घोषणापत्र 👎
क्योंकि भारत के हर कोने से एक ही आवाज़ है…आएगा तो मोदी ही ✅ pic.twitter.com/PD3txo5T2s
उन्होंने यह भी दावा किया कि घोषणा पत्र महत्वपूर्ण विकासात्मक मुद्दों और बिहार में लोगों के कल्याण पर केंद्रित है। वहीं, मध्य प्रदेश के पांढुर्णा जिले में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब इंडी गठबंधन एक रैली करता है, तो एक महिला जो राजनेता भी नहीं है आती हैं और छह गारंटी की घोषणा करती है, केवल इसलिए क्योंकि वह दिल्ली के भ्रष्ट सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपना चुनावी घोषणापत्र लेकर आईं, अब लालू यादव और तेजस्वी यादव अपना घोषणापत्र लेकर आए हैं, यह कैसा गठबंधन है, जहां टुकड़े-टुकड़े में घोषणापत्र जारी किया जाता है।
न उनकी सोच एक जैसी है, न उनके नेता एक जैसे हैं, न उनके इरादे एक जैसे हैं और उनके इरादों में खोट साफ दिखाई दे रही है। वे टुकड़े-टुकड़े गिरोह के सदस्य हैं और उनका घोषणापत्र टुकड़ों में आ रहा है। ठाकुर ने कहा कि मैंने पहले भी राहुल गांधी से पूछा था कि उन्हें देश को बताना चाहिए कि वह जमीन के किस टुकड़े पर शासन करना चाहते हैं। मालूम हो कि मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव चार चरणों में कराए जाएंगे. पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होगा, उसके बाद 26 अप्रैल, 7 मई और 13 मई को होगा।