गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ संसद के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने पर विचार कर रही है.
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार इस सिलसिले में कांग्रेस अपने सहयोगी दलों से चर्चा कर विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव को लेकर बनाये जाने वाली रणनीति पर फैसला करेगी.
उल्लेखनीय है कि संसद के बजट अधिवेशन के दौरान अनुच्छेद 370 हटाए जाने के समय जब लोकसभा में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा सदस्य फारुख अब्दुल्ला को लेकर सवाल उठा था उस समय सदन के पटल पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि फारुख अब्दुल्ला को ना तो हिरासत में लिया गया है और ना ही गिरफ्तार किया गया है वे मौज-मस्ती कर रहे हैं, हम उन्हें कनपटी पर बंदूक रखकर सदन में नहीं ला सकते.
लेकिन प्रशासन द्वारा अब यह सार्वजनिक किये जाने के बाद कि फारुख अब्दुल्ला को पीएसए के तहत गिरफ्तार किया गया है, कांग्रेस इसे सीधा-सीधा विशेषाधिकार हनन का मामला मानती है क्योंकि कांग्रेस के अनुसार अमित शाह ने संसद में झूठ बोला है जो विशेषाधिकार हनन का गंभीर मामला है.
गौरतलब है कि फारुख अब्दुल्ला को लेकर सांसद वायको ने सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका भी दायर की है जिस पर अभी फैसला आना बाकी है, समझा जाता है कि कांग्रेस की रणनीति इस फैसले की रोशनी में तैयार होगी.