अमरनाथ यात्राः एलजी मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को रवाना किया, तीर्थयात्रियों ने लगाए ‘जय बाबा बर्फानी की’के जयकारे
By अनिल शर्मा | Published: June 29, 2022 08:10 AM2022-06-29T08:10:31+5:302022-06-29T08:30:11+5:30
श्रद्धालुओं ने कहा कि भगवान शिव के प्रति उनकी अगाध श्रद्धा और सुरक्षा बलों ने उन्हें वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए प्रोत्साहित किया। कोविड महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद अमरनाथ यात्रा हो रही है
जम्मू और कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने बुधवार जम्मू आधार शिविर से अमरनाथ यात्रा तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया। ‘बम-बम भोले’, ‘जय बाबा बर्फानी की’ जैसे कई जयकारों के साथ सैकड़ों उत्साही श्रद्धालु मंगलवार को अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू के भगवती नगर स्थित आधार शिविर पहुंचे थे। गौरतलब है कि तीर्थयात्री दो साल के अंतराल के बाद अमरनाथ की यात्रा कर रहे हैं। इसको लेकर उनमे काफी खुशी है। यात्रा 30 जून को शुरू हो रही है।
अधिकारियों ने कहा कि तीर्थयात्रियों का आगे बढ़ना मौसम की स्थितियों पर निर्भर करेगा। अमरनाथ यात्रा के लिए 3.25 लाख तीर्थयात्री अब तक पंजीकरण करा चुके हैं। करंट पंजीकरण भी चालू कर दिया गया है। मौसम के अनिश्चित हालात के बावजूद हर आयुवर्ग के तीर्थयात्रियों में काफी उत्साह है।
तीर्थयात्रियों ने कहा कि भगवान शिव के प्रति उनकी अगाध श्रद्धा और सुरक्षा बलों ने उन्हें वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए प्रोत्साहित किया। कोविड महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद अमरनाथ यात्रा हो रही है। वहीं अधिकारियों ने कहा कि श्रद्धालुओं का पहला जत्था जम्मू आधार शिविर के लिए बुधवार को रवाना होगा। उन्होंने कहा कि जम्मू शहर में 5,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के बीच आधार शिविर, रहने के स्थान और पंजीकरण और टोकन केंद्रों के आसपास बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने जम्मू आधार शिविर से अमरनाथ यात्रा तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया। अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होगी। pic.twitter.com/AJ6ZDqXZRo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 29, 2022
अमरनाथ यात्रा दो मार्गों से शुरू होगी। पहला 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक मार्ग जो कि दक्षिण कश्मीर के पहलगाम से शुरू होता है। दूसरा 14 किलोमीटर लंबा मार्ग मध्य कश्मीर के बालटाल से शुरू होता है। गौरतलब है कि 2019 में यात्रा को अनुच्छेद 370 के कारण बीच में रोक दिया गया था और फिर दो साल कोविड महामारी के कारण यात्रा नहीं हो सकी।