जम्मूः अंततः प्रदेश प्रशासन ने इस बार की अमरनाथ यात्रा को रद्द कर दिया है। लगातार दूसरे वर्ष अमरनाथ यात्रा कोरोना की भेंट चढ़ गई है।
इससे पहले लगातार दूसरी बार इंटरनेशनल बार्डर पर लगने वाले चमलियाल मेले को रद्द किया जा चुका है। ट्विटर पर इसकी जानकारी उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने दी है। उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा इस बार भी नहीं होगी। कोरोना वायरस के चलते उप-राज्यपाल सरकार ने यात्रा को रद्द करने का फैसला लिया है।
उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना प्राथमिकता है। पिछले साल की तरह छड़ी यात्रा के साथ केवल पारंपरिक पूजन ही होगा। पवित्र गुफा से बाबा बर्फानी की आरती का प्रसारण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यात्रा न कराने का फैसला किया है।
हालांकि, सभी पारंपरिक पूजन पहले ही की तरह होंगे। छड़ी निकलेगी और ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पूजन भी होगा। इस साल श्राइन बोर्ड ने 28 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू कराने का फैसला किया था। पहले दिन उप राज्यपाल एवं अन्य लोग बाबा बर्फानी की पूजा अर्चना करेंगे।
बोर्ड प्रशासन ने बाबा के दर से सुबह-शाम की आरती के लाइव प्रसारण के लिए करार कर लिया है। नियमित रूप से पवित्र गुफा से आरती का प्रसारण होगा। बाबा भोले के भक्त देशभर से मां वैष्णो की तरह आरती का लाइव प्रसारण देख सकेंगे।
इससे पहले अमरनाथ श्राइन बोर्ड से जुडे अधिकारियों के अनुसार, इस साल बालटाल के रास्ते सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति प्रदान करने और हेलीकाप्टर के जरिये यात्रा की अनुमति देने पर विचार किया गया था। जहां तक कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी कहा था कि हालात का आकलन किया जा रहा है और जल्द ही अमरनाथ यात्रा पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।