पार्टी-सरकार के बीच बेहतर समन्वय के लिए रणनीतिक नीति समूह बनाने पर सहमत हुए अमरिंदर सिंह, सिद्धू
By भाषा | Published: August 20, 2021 03:14 PM2021-08-20T15:14:20+5:302021-08-20T15:14:20+5:30
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और राज्य के कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी तथा राज्य सरकार के बीच बेहतर समन्वय के लिए और विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों के क्रियान्वयन को तेज करने के लिए दस सदस्यीय रणनीतिक नीति समूह के गठन पर शुक्रवार को सहमत हुए, जिसे सिंह और सिद्धू के बीच चल रही तनातनी के कम होने के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने एक अन्य कदम भी उठाया है जिसके तहत उनकी सरकार के मंत्री यहां कांग्रेस भवन में बैठेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं तथा जनता से संवाद करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पहले यह सलाह दी थी कि पंजाब सरकार और कांग्रेस प्रदेश इकाई को मिलकर काम करना चाहिए। समूह के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह होंगे तथा स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा, वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल तथा सामाजिक सुरक्षा मंत्री अरूणा चौधरी के साथ सिद्धू इसके सदस्य होंगे। प्रदेश कांग्रेस के चार कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत सिंह नागरा, सुखविंदर सिंह डैनी, परगट सिंह, संगत सिंह गिलजियान और पवन गोयल भी इसमें शामिल होंगे. एक वक्तव्य में यहां बताया गया कि इस बाबत फैसला शुक्रवार को तब लिया गया जब सिद्धू, नागरा और परगट ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर पंजाब से संबंधित मुद्दों और पार्टी तथा सरकार के बीच समन्वय को मजबूत करने के लिए कदम उठाने के विषय पर बात की थी। इसमें बताया गया कि समूह आवश्यकता के अनुसार विशेषज्ञों और अन्य मंत्रियों के साथ विचार-विमर्श करके साप्ताहिक बैठकें आयोजित करेगा। इसमें राज्य सरकार की पहले से जारी पहलों की प्रगति की समीक्षा एवं उन पर चर्चा की जाएगी तथा इनकी गति तेज करने के लिए उपाय बताए जाएंगे। एक अन्य फैसले में सिंह ने अपने कैबिनेट सहयोगियों को राज्य में पार्टी के मुख्यालय पंजाब कांग्रेस भवन में उपलब्ध रहने को कहा है। यह फैसला सिद्धू द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र लिखे जाने के बाद लिया गया वे बारी-बारी से प्रतिदिन यहां आएंगे और विधायकों तथा पार्टी के अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठकें करेंगे । कांग्रेस भवन में सोमवार से एक मंत्री सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक तीन घंटे के लिए उपलब्ध रहेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि सोमवार से शुक्रवार तक यह व्यवस्था रहेगी। उन्होंने कहा कि इससे उनकी सरकार तथा पार्टी पदाधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय में मदद मिलेगी। सिद्धू ने मुख्यमंत्री के साथ एक तस्वीर ट्विटर पर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘पंजाब कांग्रेस भवन में मंत्रियों के बारी-बारी से उपलब्धता के बारे में प्रस्ताव को लेकर समन्वय बैठक काफी सकारात्मक रही।
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