इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांंसलर हंगलू ने दिया इस्तीफा, उन पर लगे हैं भ्रष्टाचार के ये आरोप
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 2, 2020 08:12 AM2020-01-02T08:12:06+5:302020-01-02T08:23:51+5:30
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति रतन लाल हंगलू की बर्खास्तगी की मांग को लेकर कई छात्र नेता लगातार अनशन कर रहे थे।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रतन लाल हंगलू ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक उनके करीबी सूत्रों ने यह जानकारी दी। हंगलू वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितताओं को लेकर 2016 से निगरानी में थे। उन्हें यौन उत्पीड़न की शिकायतों को उपयुक्त ढंग से नहीं निपटाने और छात्राओं के लिए शिकायत निवारण प्रणाली की कमी को लेकर पिछले सप्ताह राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी तलब किया था। सूत्रों ने बताया कि हंगलू ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
रतन लाल हंगलू की बर्खास्तगी की मांग को लेकर 2016 से ही कई छात्रनेता अनशन कर रहे थे। हाल ही में सपा नेता ऋचा सिंह को गिरफ्तार किया गया था। वो महिला छात्रावास के गेट पर दो हफ्तों से अनशन कर रही थी। उनकी मांग थी कि कुलपति को बर्खास्त किया जाए। ऋचा ने कहा था कि वह चुनौती देती हैं कि कोई भी वह पत्र दिखा दे, जिसमें कुलपति को क्लीन चिट दी गई है।
हंगलू पर आरोप हैं कि उन्होंने ओएसडी और स्पोर्ट्स ट्रेनर के पदों पर नियुक्तियां की जो हैं ही नहीं। उनपर आरोप है कि उन्होंने अपनी सुरक्षा और घर की मरम्मत पर लाखों रुपये खर्च किए। यौन उत्पीड़न की शिकायतों पर भी उचित कार्रवाई नहीं की। राष्ट्रीय महिला आयोग ने उन्हें तलब किया था।
वाइस चांसलर के अलावा कई अन्य पदाधिकारियों के इस्तीफे की भी खबर है। पीआरओ चितरंजन कुमार ने बयान जार कर कहा कि विश्विद्यालय के कामकाज में बाहरी दखलंदाजी बढ़ गई है। पीआरओ के मुताबिक़ कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस्तीफा दिया। चीफ प्राक्टर प्रो. रामसेवक दूबे ने भी देर शाम पत्र जारी कर अपने पद से इस्तीफा दे दिया।