18वीं लोकसभा में एक मात्र अखिलेश-डिंपल की जोड़ी, जानिए अबतक कितने कपल पहुंचे एकसाथ संसद

By आकाश चौरसिया | Published: June 27, 2024 12:12 PM2024-06-27T12:12:55+5:302024-06-27T13:40:27+5:30

Parliament Session: 18वीं लोकसभा में बड़े दिनों के बाद कपल सांसद के रूप में संसद पहुंचे। इसके साथ आज हम उन्हीं सांसदों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अब तक पति-पत्नी के रूप में एक साथ संसद पहुंचने में कामयाब हुए हैं।

Akhilesh and Dimple Yadav reached the 18th Lok Sabha together, know how many husband-wife reached the Parliament together till now | 18वीं लोकसभा में एक मात्र अखिलेश-डिंपल की जोड़ी, जानिए अबतक कितने कपल पहुंचे एकसाथ संसद

फोटो क्रेडिट- (एक्स)

Highlights18वीं लोकसभा में अखिलेश और डिंपल यादव की जोड़ीहालांकि, इस बीच दोनों के अनोखे अंदाज सोशल मीडिया पर लगातार देखे जा रहे हैं। अभी तक ये कपल पहुंचे हैं संसद

Parliament Session: 18वीं लोकसभा में इस बार एक साथ चुन कर आए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव मात्र ऐसे सांसद हैं, जो एक साथ जोड़ी के रूप में चुनकर पहुंचे हैं। हालांकि, इस बीच सोशल मीडिया पर दोनों की जुगलबंदी और एक-दूसरा की तरफ देखकर मुस्कुराना संसद से आया वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है। 

हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव यूपी की कन्नौज सीट से भाजपा के बृजेश पाठक को 1.7 लाख मतों से हराकर संसद पहुंचे हैं, दूसरी तरफ उनकी पत्नी डिंपल यादव मैनपुरी सीट से भाजपा के जयवीर सिंह को 2.21 लाखों से पटखनी देकर चुनवा जीतने में सफल रही हैं।

क्या पहले कभी दोनों एक साथ संसद में दिखे..
अखिलेश यादव इससे पहले चार बार लोकसभा चुनाव जीतने में कामयाब हुए हैं, इस बार उनकी पांचवी बार जीत है। वहीं, डिंपल यादव ने इस बार को मिलाकर कुल चार बार लोकसभा चुनाव लड़ते हुए जीता है। हालांकि, इससे पहले दोनों कभी एक साथ लोकसभा नहीं पहुंचे थे, जैसा कि इस बार देखने को मिल रहा है।

इससे पहले लोगों ने ये देखा है कि एक ही परिवार के लोग संसद में एक साथ पहुंचे हैं, लेकिन पति और पत्नी इस तरह जीतकर एक साथ कम ही पहुंचे और ये देखने को बहुत कम ही मिलता है। आइए इस कड़ी में जानते हैं वो कपल सांसद कौन रहें, जिन्होंने एक साथ संसद में कदम रखा। 

एके गोपालन 1967 में पत्नी के साथ पहुंचे संसद
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के संस्थापक सदस्यों में से एक एके गोपालन 1952 से 1971 तक पांच बार सांसद रहे। वह एक स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे, जिन्होंने 1927 में कांग्रेस पार्टी के साथ अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। गोपालन ने अपनी पहली पत्नी को छोड़ दिया और बाद में एक प्रमुख मार्क्सवादी और ट्रेड यूनियन कार्यकर्ता सुशीला गोपालन से शादी की। उन्होंने तीन लोकसभा चुनाव भी जीते। दोनों ने 1967 से 1970 के बीच एक साथ लोकसभा सांसद के रूप में कार्य किया।  

सत्येन्द्र नारायण सिन्हा और किशोरी सिन्हा भी पहुंचे संसद 
बिहार की औरंगाबाद सीट से 1952, 1957, 1971, 1977, 1980 और 1984 का लोकसभा चुनाव जीतने वाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सत्येन्द्र नारायण सिन्हा एक धनी परिवार से थे। उन्हें स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए जाना जाता है। 1989 में बिहार के मुख्यमंत्री का पद संभालने से पहले, वह और उनकी पत्नी किशोरी सिन्हा 1980 से लोकसभा एक साथ सांसद थे। किशोरी ने 1980-1989 के बीच दो बार वैशाली सीट का प्रतिनिधित्व किया। उनके बेटे, निखिल कुमार, एक पूर्व आईपीएस अधिकारी से नेता बने हैं। निखिल ने नागालैंड (2009-2013) और केरल (2013-2014) के राज्यपाल के रूप में कार्य किया।

पूर्व प्रधान मंत्री चरण सिंह और उनकी पत्नी
भारत के पूर्व प्रधान मंत्री चरण सिंह और उनकी पत्नी गायत्री देवी ने 1980 से 1984 तक लोकसभा में एक साथ काम किया। उनके बेटे, अजीत सिंह ने 1996 में राष्ट्रीय लोक दल की स्थापना की और यूपीए और एनडीए दोनों सरकारों में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया। चरण सिंह के पोते, जयंत चौधरी, वर्तमान एनडीए सरकार में कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री हैं।

प्रोफेसर मधु दंडवते पांच बार सांसद रहे.. 
भारत के रेल और वित्त मंत्री रह चुके प्रोफेसर मधु दंडवते पांच बार सांसद रहे। 1980 में, वह और उनकी पत्नी, प्रमिला दंडवते, जनता पार्टी के टिकट पर महाराष्ट्र के राजापुर और बॉम्बे उत्तर मध्य निर्वाचन क्षेत्रों से चुने गए।

पप्पू यादव और रंजीता रंजन
बिहार के पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने हाल ही में 6ठी बार सांसद पद की शपथ ली। वह और उनकी पत्नी रंजीता रंजन 2004-2009 और 2014-2019 के बीच संसद के निचले सदन के सदस्य थे। 2004 में, पप्पू यादव ने राजद के टिकट पर मधेपुरा से जीत हासिल की, जबकि रंजीत रंजन ने लोक जन शक्ति पार्टी के टिकट पर सहरसा से जीत हासिल की। 2014 में, पप्पू यादव मधेपुरा से फिर से चुने गए, जबकि रंजीत रंजन ने कांग्रेस के टिकट पर सुपौल लोकसभा सीट जीती।

Web Title: Akhilesh and Dimple Yadav reached the 18th Lok Sabha together, know how many husband-wife reached the Parliament together till now

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