अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने खोली देश की पहली "हिन्दू शरिया कोर्ट", महिला नेता को नियुक्त किया 'जज'
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 16, 2018 05:17 PM2018-08-16T17:17:58+5:302018-08-16T17:17:58+5:30
अखिल भारतीय हिन्दू महासभा का दावा है कि उसने मुसलमानों के 'दारुल कज़ा' की तर्ज पर हिन्दुओं के मामलों के निपटारे के लिए ये 'अदालत' खोली है।
मेरठ, 16 अगस्त: अखिल भारतीय हिन्दू महासभा नामक संस्था ने देश की पहली हिन्दू "शरिया अदालत" खोलने की बात कही है। अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अशोक शर्मा के अनुसार यह "कोर्ट" बुधवार (15 अगस्त से चालू हो चुकी है।
शर्मा ने एक कार्यक्रम में पूजा शकुन पाण्डेय को इस "हिन्दू शरिया अदालत" का "जज" नियुक्त किया। पूजा शकुन पाण्डेय अखिल भारतीय हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय महासचिव हैं।
अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अशोक शर्मा ने कहा कि यह हिन्दू शरिया कोर्ट "दारुल कज़ा की तरह काम करेगी।" दारुल कज़ा इस्मालिक रवायतों के अनुसार मुसलमानों से जुड़े धार्मिक मसलों का फैसला करती है।
शर्मा ने टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार से कहा, "हमने कुछ दिन पहले शरिया अदालत को चुनौती दी थी और कहा था कि ऐसी संस्था देश के संविधान के खिलाफ है और पूरे देश के लिए एक संविधान होना चाहिए। हमने सरकार को भी पत्र लिखकर ऐसी ही माँग की थी और कहा था कि अगर हमारी माँग नहीं मानी गई तो हम ऐसी ही अदालत हिन्दुओं के लिए बनाएंगे। हमारे हक में कोई कदम नहीं उठाया गया तो हमने बुधवार को हिन्दू कोर्ट की स्थापना की।"