IPS अकादमी में बोले NSA अजीत डोभाल, पारंपरिक युद्ध पड़ रहे हैं महँगे, सिविल सोसाइट का इस्तेमाल करके पहुँचाया जा रहा है राष्ट्र को नुकसान
By विशाल कुमार | Published: November 13, 2021 11:00 AM2021-11-13T11:00:38+5:302021-11-13T12:40:31+5:30
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि किसी राष्ट्र के हितों को चोट पहुंचाने के लिए नागरिक समाज को अपने वश में किया जा सकता है, विभाजित किया जा सकता है और उन्हें इस्तेमाल किया जा सकता है. आप देख सकते हैं कि वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
हैदराबाद: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा है कि युद्ध के नए मोर्चे नागरिक समाज हैं जिन्हें देश के हितों को चोट पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
लोगों को सबसे महत्वपूर्ण बताते हुए डोभाल ने कहा कि युद्ध के नए मोर्चे, जिसे आप चौथी पीढ़ी का युद्ध कहते हैं, वह नागरिक समाज है.
उन्होंने कहा कि राजनीतिक या सैन्य उद्देश्यों को हासिल करने के लिए अब पारंपरिक युद्ध का इस्तेमाल नहीं होता है. वे बहुत महंगे या पहुंच से बाहर हैं और साथ ही उनके परिणाम के बारे में अनिश्चितता है.
एनएसए ने कहा कि किसी राष्ट्र के हितों को चोट पहुंचाने के लिए नागरिक समाज को अपने वश में किया जा सकता है, विभाजित किया जा सकता है और उन्हें इस्तेमाल किया जा सकता है. आप देख सकते हैं कि वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
वह शुक्रवार को हैदराबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (एसवीपी एनपीए) में आईपीएस प्रशिक्षुओं के 73वें बैच के पासिंग आउट परेड में बोल रहे थे.
आईपीएस बैच के 132 अधिकारी प्रशिक्षुओं और मालदीव, भूटान और नेपाल के 17 विदेशी पुलिस अधिकारियों को बधाई देते हुए डोभाल ने कहा कि राष्ट्र की सेवा में अपनी ताकत का प्रभावी ढंग से योगदान करने के लिए एक राष्ट्रीय नजरिया विकसित करें.
उन्होंने पाकिस्तान, चीन, म्यांमार और बांग्लादेश की सीमाओं से लगे 15 हजार किलोमीटर के प्रबंधन में पुलिस की बड़ी भूमिका का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि भारत की 32 लाख वर्ग किलोमीटर की जमीन की सुरक्षा करना पुलिस बलों की जिम्मेदारी है.