Air Pollution: दिल्ली-NCR में फिर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंची वायु गुणवत्ता, 11 नवबंर तक बंद रहेंगे ईंधन से चलने वाली फैक्ट्रियां
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 10, 2019 08:34 IST2019-11-10T08:34:52+5:302019-11-10T08:34:52+5:30
गाजियाबाद के वसुंधरा में एक्यूआई 325 पर दर्ज किया गया। वहीं, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शनिवार (10 नवबंर) को दिल्ली और आसपास के राज्यों द्वारा वायु प्रदूषण से लड़ने को लेकर किए गए उपायों की समीक्षा की।

Air Pollution: दिल्ली-NCR में फिर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंची वायु गुणवत्ता, 11 नवबंर तक बंद रहेंगे ईंधन से चलने वाली फैक्ट्रियां
राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को वायु गुणवत्ता एक बार फिर ‘‘बहुत खराब’’ की श्रेणी में आ गई। एयर क्वॉलिटी इंडेक्स के अनुसार दिल्ली में लोधी रोड इलाके में पीएम 2.5 और पीएम 10 'खराब' श्रेणी में है, जो क्रमश: 230 और 218 दर्ज किया गया। वहीं दिल्ली से सटे इलाके में भी वायु गुणवता बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है।
गाजियाबाद के वसुंधरा में एक्यूआई 325 पर दर्ज किया गया। वहीं, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शनिवार (10 नवबंर) को दिल्ली और आसपास के राज्यों द्वारा वायु प्रदूषण से लड़ने को लेकर किए गए उपायों की समीक्षा की। उन्होंने राज्य सरकारों से एक दूसरे पर आरोप लगाना बंद कर मिलजुल कर काम करने का आग्रह किया।
Ghaziabad: Air Quality Index (AQI) at 325 in 'very poor' category, in Vasundhara. pic.twitter.com/EO2lfrth9o
— ANI UP (@ANINewsUP) November 10, 2019
मंत्री ने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के मद्देनजर दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारियों संग बैठक की अध्यक्षता की। जावड़ेकर ने कहा कि राज्य सरकारों को साथ मिलकर काम करने और प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर आरोप-प्रत्यारोप न करने का आग्रह किया गया है।
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब एवं राजस्थान के मुख्य सचिवों को भेजे गए पत्र में ईपीसीए प्रमुख भूरेलाल ने कहा कि फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा, बहादुरगढ़, भिवाड़ी, ग्रेटर नोएडा, सोनीपत, पानीपत में कोयला एवं अन्य ईंधन आधारित सभी उद्योग, जिन्होंने प्राकृतिक गैस या कृषि अवशिष्ट की ईंधन पद्धति नहीं अपनायी है, 11 नवंबर की सुबह तक बंद रहेंगे। ईपीसीए ने कहा कि दिल्ली में पाइप वाली प्राकृतिक गैस को नहीं अपनाने वाले उद्योग भी इस दौरान नहीं चलेंगे।