चंडीगढ़, दो दिसम्बर नए कृषि कानूनों के विरोध में चंडीगढ़ में बुधवार को प्रदर्शन के दौरान अवरोधक (बैरिकेड) लांघकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आवास की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे पंजाब युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। वे नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे।
पंजाब युवा कांग्रेस के प्रमुख बरिंदर सिंह ढिल्लों समेत कई अन्य को चंडीगढ़ पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
प्रदर्शनकारी ‘‘दिल्ली चलो’’ मार्च के दौरान पंजाब के हजारों किसानों को पिछले हफ्ते हरियाणा पुलिस द्वारा रोके जाने और उन पर पानी की बौछार किए जाने तथा आंसू गैस छोड़ने के विरोध में खट्टर के आधिकारिक आवास का ‘घेराव’ करना चाहते थे।
ढिल्लों ने पत्रकारों से कहा, “ हम यहां खट्टर सरकार को जगाने आए हैं। “
समाज के सभी वर्गों से आंदोलन का समर्थन करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा, “ हम किसानों को न्याय मिलने तक लड़ते रहेंगे। “
चंडीगढ़ पुलिस ने खट्टर के आधिकारिक आवास से करीब तीन किलोमीटर दूर लगाए अवरोधकों के पास पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पानी की बौछारें की, लेकिन कुछ कार्यकर्ता अवरोधक लांघकर मुख्यमंत्री आवास के पास पहुंच गए और फिर उन पर भी पानी की बौछारें की गईं।
पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया। कुछ कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज भी किया।
चंडीगढ़ के पुलिस अधीक्षक कुलदीप चहल मौके पर मौजूद थे।
खट्टर के आवास की ओर जाने वाली सड़कों को सील कर दिया गया था तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री के घर के बाहर पुलिस की भारी तैनाती थी।
इससे पहले, प्रदर्शनकारी कांग्रेस के चंडीगढ़ मुख्यालय के पास जमा हुए थे।
उन्होंने वहां केन्द्र में नरेन्द्र मोदी और हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर की भाजपा सरकार को ‘‘किसान विरोधी’’ बताते हुए, उनके खिलाफ नारे लगाए।
उल्लेखनीय है कि केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ बड़ी संख्या में किसान दिल्ली से लगी सीमाओं पर करीब एक सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शन कर रहे किसानों को आशंका है कि नए कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था खत्म हो जाएगी।
वहीं, सरकार का कहना है कि एमएसपी जारी रहेगी।
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