Agnipath Scheme: आयु सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष किया, शाह और गडकरी बोले-बड़ी संख्या में युवाओं को फायदा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 17, 2022 02:47 PM2022-06-17T14:47:27+5:302022-06-17T14:49:04+5:30
Agnipath Scheme Protests: कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण पिछले दो साल में सेना में भर्ती की प्रक्रिया बाधित हुई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं की चिंता करते हुए एक संवेदनशील फैसला किया है।
Agnipath Scheme Protests: तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती के लिए घोषित नयी योजना के व्यापक विरोध के बीच सरकार ने बृहस्पतिवार को ‘अग्निपथ’ योजना के तहत वर्ष 2022 की भर्ती के लिए अधिकतम आयु सीमा 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी।
गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि रक्षा सेवाओं में भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ योजना’ में शामिल होने की अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाने के केंद्र के फैसले से बड़ी संख्या में युवाओं को फायदा होगा। शाह ने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण पिछले दो साल में सेना में भर्ती की प्रक्रिया बाधित हुई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं की चिंता करते हुए एक संवेदनशील फैसला किया है।
शाह ने ट्वीट किया, ‘‘पिछले दो वर्ष में कोरोना वायरस महामारी के कारण सेना में भर्ती की प्रक्रिया प्रभावित हुई, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं की चिंता करते हुए ‘अग्निपथ योजना’ के तहत पहले वर्ष में उम्र सीमा में दो वर्ष की रियायत देकर इसे 21 साल से 23 साल करने का संवेदनशील निर्णय लिया है।’’
ट्वीट किया कि इस निर्णय से बड़ी संख्या में युवा लाभान्वित होंगे और वे ‘अग्निपथ’ योजना के माध्यम से देशसेवा एवं अपने उज्ज्वल भविष्य की दिशा में आगे बढ़ेंगे। शाह ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए घोषित ‘‘अग्निपथ’’ योजना के खिलाफ ट्रेन में आगजनी, सार्वजनिक और पुलिस के वाहनों में आग लगाए जाने की घटनाओं के बीच सरकार ने फैसला किया।
‘अग्निपथ योजना’ में अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाए जाने से उम्मीदवारों को होगा फायदा: गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि रक्षा सेवाओं में भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ योजना’ में शामिल होने की अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाने के केंद्र सरकार के फैसले से बड़ी संख्या में उन युवाओं को फायदा होगा, जो उम्र के इस दायरे से बाहर हो गए थे। गडकरी ने एक ट्वीट में कहा कि युवाओं का सशक्तीकरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शीर्ष प्राथमिकता है, खासकर कोविड-19 महामारी के बाद।
उन्होंने कहा, ‘‘अग्निपथ योजना में उम्मीदवारों की अधिकतम उम्र सीमा 21 साल से 23 साल किए जाने के फैसले से सेना में भर्ती के इच्छुक उन युवाओं को फायदा होगा जो पहले उम्र सीमा के दायरे से बाहर हो गए थे। इस पहल के लिए प्रधानमंत्री का आभारी हूं।’’ ‘अग्निपथ’ योजना एक स्वागतयोग्य परिवर्तन है और युवाओं को किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए।
अग्निपथ योजना में आयु सीमा बढ़ाने से युवाओं को मिलेंगे नये अवसर: थल सेना प्रमुख
थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने शुक्रवार को कहा कि 'अग्निपथ' योजना के तहत आयु सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष करने का निर्णय उन युवाओं को अवसर प्रदान करेगा जो सेना में भर्ती होने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन पिछले दो साल से कोविड-19 महामारी के कारण ऐसा नहीं कर पाये।
जनरल पांडे ने कहा कि सेना में भर्ती के लिए उम्र में एकबारगी छूट देने के सरकार के फैसले के बाद भर्ती प्रक्रिया की घोषणा जल्द की जाएगी। थल सेना प्रमुख ने आकांक्षी युवाओं से सेना में 'अग्निवीर' के रूप में शामिल होने के अवसर का लाभ उठाने का भी आह्वान किया।
उन्होंने कहा, ''यह निर्णय हमारे कई ऊर्जावान और देशभक्त युवाओं के लिए एक अवसर प्रदान करेगा जो कोविड-19 महामारी के बावजूद भर्ती की प्रक्रिया में शामिल होने की तैयारी कर रहे थे और पिछले दो साल में कोविड प्रतिबंधों के कारण पूरी नहीं हो सकीं।'' जनरल पांडे ने कहा, ''भर्ती प्रक्रिया का कार्यक्रम जल्द ही घोषित किया जाएगा। हम अपने युवाओं से भारतीय सेना में अग्निवीर के रूप में शामिल होने के इस अवसर का लाभ उठाने का आह्वान करते हैं।''