अग्निपथ' योजना : इंडियन आर्मी ने पहले भर्ती दौर की घोषणा की, 'अग्निवीर' भर्ती के लिए पंजीकरण 22 जुलाई से शुरू
By रुस्तम राणा | Published: June 20, 2022 02:52 PM2022-06-20T14:52:08+5:302022-06-20T17:21:18+5:30
इंडियन आर्मी में अग्निवीरों की भर्ती के लिए पंजीकरण 22 जुलाई से शुरू होगा। केंद्र की तरफ से यह स्पष्ट कर दिया गया था कि यह योजना वापस नहीं होगी।
नई दिल्ली: देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रहे'अग्निपथ' योजना के विरोध के बीच भारतीय सेना (Indian Army) ने पहले दौर की भर्ती के लिए एक अधिसूचना जारी की है। अग्निवीरों की भर्ती के लिए पंजीकरण 22 जुलाई से शुरू होगा।
सेना के नोटिफिकेशन में कहा गया है कि “पंजीकरण जुलाई से संबंधित सेना भर्ती कार्यालयों (एआरओ) द्वारा अग्निवीर जनरल ड्यूटी, अग्निवीर तकनीकी, अग्निवीर तकनीकी (विमानन / गोला बारूद परीक्षक), अग्निवीर क्लर्क / स्टोर कीपर तकनीकी, अग्निवीर ट्रेड्समैन (10 वीं पास) और अग्निवीर के लिए खोला जाएगा। ट्रेड्समैन (एआरओ रैली शेड्यूल के अनुसार 8वीं पास) के लिए किया जाएगा।
भारतीय सेना द्वारा जारी अधिसूचना में अग्निवीर योजना से संबंधित सेवा, पात्रता, सेवामुक्ति और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के नियमों और शर्तों को व्यापक रूप से रेखांकित किया गया है। अधिसूचना के अनुसार, उम्मीदवारों को प्रशिक्षण अवधि सहित चार साल की अवधि की सेवा के लिए सेना अधिनियम 1950 के तहत नामांकित किया जाएगा। भूमि, समुद्र या वायु द्वारा जहां कहीं भी आदेश दिया गया है, अग्निवीरों को जाने के लिए उत्तरदायी होगा। अग्निवीर किसी भी प्रकार की पेंशन या ग्रेच्युटी के पात्र नहीं होंगे।
'अग्निवीर' की सेवा नामांकन की तिथि से प्रारंभ होगी। वे अन्य मौजूदा रैंकों से अलग, सेना में एक अलग रैंक बनाएंगे। सेना ने कहा, "चार साल की सेवा अवधि के दौरान छुट्टी, वर्दी, वेतन और भत्ते ऐसे व्यक्तियों के संबंध में भारत सरकार (भारत सरकार) द्वारा समय-समय पर जारी किए गए आदेशों और निर्देशों द्वारा शासित होंगे।" 'अग्निवर' संगठनात्मक हित में कोई भी कर्तव्य सौंपे जाने के लिए उत्तरदायी होंगे।
इस योजना के तहत नामांकित कर्मियों को आदेशानुसार शारीरिक/लिखित/क्षेत्रीय परीक्षणों के साथ-साथ समय-समय पर चिकित्सा जांच से गुजरना होगा। इस प्रकार प्रदर्शित प्रदर्शन को नियमित संवर्ग में नामांकन के बाद के प्रस्ताव के लिए माना जाएगा। अग्निशामकों को किसी भी रेजिमेंट/यूनिट में तैनात किया जा सकता है और संगठनात्मक हित में आगे स्थानांतरित किया जा सकता है।
केंद्र की तरफ से यह स्पष्ट कर दिया गया था कि यह योजना वापस नहीं होगी। इस सैन्य भर्ती योजना को लेकर हो रहे विरोध को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को तीनों सेना के प्रमुख के साथ बैठक की। बैठक के बाद लेफ्टिनेंट जनरल सी बंसी पोनप्पा ने जानकारी देते हुए कहा कि 'अग्निवीर' की पहली खेप दिसंबर के पहले सप्ताह तक आ जाएगी। दूसरी खेप फरवरी तक आएगी। उन्होंने बताया कि इंडियन आर्मी 83 भर्ती रैलियां करेगी और देश के 'हर गांव' को छूएगी।
Indian Army issues notification for Agniveer recruitment rally, registration to open from July onwards#AgnipathSchemepic.twitter.com/VnrAiOXibU
— ANI (@ANI) June 20, 2022