केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने कहा- पोलियो उन्मूलन के बाद अब बारी टीबी और कालाजार को परास्त करने की, कमर कस चुकी है सरकार

By भाषा | Published: October 23, 2019 06:19 AM2019-10-23T06:19:34+5:302019-10-23T06:19:34+5:30

पोलियो उन्मूलन अभियान के 25 साल के अनुभव को उपलब्धि बताते हुये डा. हर्षवर्धन ने कहा कि इस अभियान की तर्ज पर अब ‘टीबी हारेगा, देश जीतेगा’ मुहिम चलायी जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘अब कालाजार को भी पूरी तरह से खत्म किया जाएगा।’’ 

After polio eradication, now it's the turn to defeat TB and Kala Azar says dr harsh vardhan | केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने कहा- पोलियो उन्मूलन के बाद अब बारी टीबी और कालाजार को परास्त करने की, कमर कस चुकी है सरकार

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Highlightsकेन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने मंगलवार को कहा कि देश से पोलियो को जड़ से खत्म करने के बाद सरकार अब टीबी और कालाजार को खत्म करने के लिये कमर कस चुकी है।पोलियो फिर से सिर न उठा पाये इसके लिये इंद्रधनुष अभियान का दूसरा चरण (आईएमआई 2) 31 अक्टूबर को शुरु किया जायेगा।

केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने मंगलवार को कहा कि देश से पोलियो को जड़ से खत्म करने के बाद सरकार अब टीबी और कालाजार को खत्म करने के लिये कमर कस चुकी है। साथ ही पोलियो फिर से सिर न उठा पाये इसके लिये इंद्रधनुष अभियान का दूसरा चरण (आईएमआई 2) 31 अक्टूबर को शुरु किया जायेगा।

पोलियो उन्मूलन अभियान के 25 साल के अनुभव को उपलब्धि बताते हुये डा. हर्षवर्धन ने कहा कि इस अभियान की तर्ज पर अब ‘टीबी हारेगा, देश जीतेगा’ मुहिम चलायी जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘अब कालाजार को भी पूरी तरह से खत्म किया जाएगा।’’ 

डा. हर्षवर्धन ने कहा कि 31 अक्टूबर को पल्स पोलियो अभियान के 25 साल पूरे होने पर एक बार  इस अभियान को दो साल तक की उम्र के हर बच्चे तक पहुंचाने की पुन: शपथ लेते हुये देशव्यापी स्तर पर आईएमआई 2 अभियान शुरु किया जायेगा। डा. हर्षवर्धन ने बताया कि पोलियो को खत्म करने के लिये 1994 में इंद्रधनुष अभियान का पहला चरण शुरू हुआ था।

इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने भी 1988 में दुनिया से पोलियो को समाप्त करने का अभियान शुरू किया था। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में देश के 271 जिलों और उत्तर प्रदेश एवं बिहार के 652 विकास खंड (ब्लॉक) पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। ये इलाके पहले चरण में या तो अछूते रह गये थे या पूरी तरह से इन्हें अभियान के दायरे में नहीं लिया जा सका था।

फिलहाल देश का 87 प्रतिशत इलाका शत प्रतिशत पोलियो मुक्त क्षेत्र में शुमार हो चुका है। उन्होंने बताया कि पहला चरण शुरु करने के समय दुनिया के 60 फीसद पोलियो पीड़ित बच्चे भारत में थे। ऐसे में पोलियो उन्मूलन को असंभव मान लिया गया था।

उन्होंने कहा, ‘‘इस अभियान को लेकर जो लोग उस समय निरााशा भरी बातें करते थे, मैं उनसे एक ही बात कहता था कि जब हम हर व्यक्ति तक मत पत्र पहुंचा सकते हैं, तो हर बच्चे तक पोलियो की दवा क्यों नहीं पहुंचा सकते हैं। इसके बाद हमने सभी सहयोगियों की मदद से इसे खत्म कर दिखाया।’’

डा. हर्षवर्धन ने बताया कि भारत में 13 जनवरी 2011 को पोलियो का आखिरी मामला पश्चिम बंगाल के हावड़ा में सामने आया था। इसके बाद लगातार तीन सालों तक पोलियो का एक भी मामला सामने नहीं आने पर साल 2014 में डब्लूएचओ ने भारत को पोलियो मुक्त घोषित किया। 

उन्होंने बताया कि देश में सफल पल्स पोलियो अभियान के 25 साल पूरे होने पर 31 अक्तूबर को दिल्ली में भव्य आयोजन किया जाएगा। इसके मद्देनजर उन्होंने समारोह में उन सभी लोगों से अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया, जिन्होंने 1994 में इस अभियान को दिल्ली में सफल बनाने में योगदान दिया था। 

Web Title: After polio eradication, now it's the turn to defeat TB and Kala Azar says dr harsh vardhan

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