शिरडी के निवासी सीएम ठाकरे के साथ बैठक के बाद ‘संतुष्ट’, अजित पवार भी रहे मौजूद

By भाषा | Published: January 20, 2020 10:16 PM2020-01-20T22:16:23+5:302020-01-20T22:16:23+5:30

बैठक के बाद शिवसेना सांसद सदाशिव लोखंडे ने कहा कि ठाकरे ने साईबाबा ट्रस्ट के प्रतिनिधियों के साथ एक विस्तृत चर्चा की। इस मौके पर ठाकरे के साथ उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी मौजूद थे।

After meeting with CM Thackeray, resident of Shirdi, 'satisfied', Ajit Pawar was also present | शिरडी के निवासी सीएम ठाकरे के साथ बैठक के बाद ‘संतुष्ट’, अजित पवार भी रहे मौजूद

शिरडी के निवासी सीएम ठाकरे के साथ बैठक के बाद ‘संतुष्ट’, अजित पवार भी रहे मौजूद

Highlightsमुख्यमंत्री के साथ बैठक का परिणाम संतोषजनक रहा और इसलिए उन्होंने आंदोलन वापस लेने का निर्णय किया है।शिरडी के स्थानीय लोगों ने रविवार को एक दिन का बंद रखा था।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को मंदिर नगर शिरडी के निवासियों से मुलाकात की जहां साईबाबा के जन्मस्थान को लेकर विवाद के बीच रविवार को बंद था। बंद का आह्वान ठाकरे द्वारा मुम्बई में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाई गई बैठक के मद्देनजर वापस ले लिया गया था। बैठक के बाद शिवसेना सांसद सदाशिव लोखंडे ने कहा कि ठाकरे ने साईबाबा ट्रस्ट के प्रतिनिधियों के साथ एक विस्तृत चर्चा की। इस मौके पर ठाकरे के साथ उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी मौजूद थे।

लोखंडे ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘साईबाबा के जन्मस्थान को लेकर विवाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ बैठक में सुलझ गया।’’ गत नौ जनवरी को महाराष्ट्र कैबिनेट की परभणी जिले में विकास कार्यों को लेकर एक बैठक हुई थी। बैठक में ठाकरे ने घोषणा की कि पाथरी को एक धार्मिक पर्यटक के स्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा जिसे साईबाबा का जन्मस्थान माना जाता है। ठाकरे ने साथ ही पाथरी के लिए 100 करोड़ रुपये अनुदान की भी घोषणा की।

लोखंडे ने कहा कि ठाकरे ने सोमवार को अपना वह बयान वापस ले लिया जिसमें उन्होंने पाथरी को साईबाबा का जन्मस्थान घोषित किया था। यद्यपि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। लोखंडे ने कहा कि ठाकरे ने शिरडी मंदिर के प्रतिनिधियों से पूछा कि क्या उन्हें पाथरी को 100 करोड़ रुपये आवंटन से कोई दिक्कत है, इस पर उन लोगों ने कहा कि उनका विरोध पाथरी को साईबाबा के जन्मस्थान के तौर पर घोषित करने को लेकर है, किसी विकास पहल को लेकर नहीं। शिरडी के स्थानीय लोगों ने रविवार को एक दिन का बंद रखा था। इस दौरान अधिकतर गांवों में दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहे।

शिरडी में भी रविवार मध्यरात्रि से अनिश्चितकालीन बंद आहूत किया गया था लेकिन इसे शाम में ठाकरे के साथ बैठक के आश्वासन के बाद वापस ले लिया गया। लोखंडे ने कहा कि शिरडी के निवासी किसी स्थान (पाथरी) के विकास के खिलाफ नहीं हैं। बैठक के बाद भाजपा के विधायक राधाकृष्ण विखे पाटिल ने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री के साथ बैठक का परिणाम संतोषजनक रहा और इसलिए उन्होंने आंदोलन वापस लेने का निर्णय किया है।

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