तालिबान का बड़ा बदलाव: 7.5 अरब डॉलर के TAPI पाइपलाइन का किया समर्थन, भारत को मिलेगा लाभ
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: March 10, 2018 05:51 AM2018-03-10T05:51:41+5:302018-03-10T05:51:41+5:30
तालिबान के नियंत्रण वाले इलाके पर हामी भर दी गई है। लंबे समय की बातचीत के बाद अफगानिस्तान ने तालिबान के नियंत्रण वाले क्षेत्र में 7.5 अरब डॉलर के गैस पाइपलाइन के लिए जमीन तैयार कर ली है।
अफगानिस्तान ( 10 मार्च): तालिबान के नियंत्रण वाले इलाके पर हामी भर दी गई है। लंबे समय की बातचीत के बाद अफगानिस्तान ने तालिबान के नियंत्रण वाले क्षेत्र में 7.5 अरब डॉलर के गैस पाइपलाइन के लिए जमीन तैयार कर ली है। हैरान करने वाली बात यह है कि आतंकवादी संगठन इसके पक्ष में खड़ा हो गया है। तालिबान का संगठन इसके पक्ष मे आया है।
इस प्रॉजेक्ट को लेकर तालिबान के रुख में जो बदलाव आया है उससे भारत के साथ कई और देशों को भी फायदा होगा। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिपोर्ट के अनुसार तालिबान के प्रवक्ता जैबिउल्लाह मुजाहिद ने पिछले महीने एक बयान में कहा था कि 'तालिबान देश के पुनर्निर्माण और आर्थिक बुनियाद को दोबारा खड़ा करने में अपनी जिम्मेदारी को जानता है और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से इस मामले में अफगानियों की मदद के लिए कह रहा है।
सालाना 33 अरब क्युबिक मीटर गैस की सप्लाई प्रस्तावित तुर्कमेनिस्तान, अफगानिस्तान व पाकिस्तान, भारत (TAPI) पाइपलाइन से होगी। इससे हजारों लोगों को नौकरियां भी मिलेंगी। इतना ही नहीं अफगानिस्तान की कमजोर अर्थव्यवस्था को भी इससे खासा मदद मिलेगी।
राष्ट्रपति अशरफ गनी ने हाल ही में तालिबान के सामने शांति का प्रस्ताव रखा है। वह तालिबान को पॉलिटिकल मूवमेंट का दर्जा देने को तैयार हैं हर तरह के प्रतिबंध को हटाने में मदद करेंगे। जिसके बाद ब्लूमबर्ग से राजनीतिक विश्लेषक हारुन मीर ने कहा, 'प्रॉजेक्ट के पूरा होने से तालिबान और सरकार के बीच शांति वार्ता पर सकारात्मक असर होगा। तालिबान को भी इसका लाभ होगा और वे बातचीत के लिए अपना दरवाजा खोल सकते हैं। इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि तालिबान भी अपना मन बदल सकता है।