ममता बनर्जी पर अधीर रंजन का वार, कहा- कांग्रेस नहीं होती तो ममता बनर्जी जैसे लोग पैदा नहीं होते
By रुस्तम राणा | Published: March 12, 2022 03:44 PM2022-03-12T15:44:52+5:302022-03-12T15:51:53+5:30
ममता बनर्जी को लेकर उन्होंने कहा, आप कांग्रेस के खिलाफ टिप्पणी क्यों कर रहे हैं? अगर कांग्रेस नहीं होती तो ममता बनर्जी जैसे लोग पैदा नहीं होते। उसे यह याद रखना चाहिए। वे बीजेपी को खुश करने के लिए गोवा गए, उन्होंने कांग्रेस को हरा दिया।
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। ममता बनर्जी ने पांच राज्यों में आए चुनाव परिणाम के नतीजे को लेकर सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि भाजपा से लड़ने के लिए सभी पार्टियों को एक हो जाना चाहिए। कांग्रेस ने विश्वसनीयता खो दी है, हम उस पर निर्भर नहीं रह सकते।
इसके जवाब में शनिवार को कांग्रेस के सीनियर नेता अधीर रंजन ने कहा, पागल आदमी को जवाब देना ठीक नहीं। उन्होंने कहा, पूरे भारत में कांग्रेस के 700 विधायक हैं। दीदी के पास है? कांग्रेस के पास विपक्ष के कुल वोट शेयर का 20% है। क्या उसके पास है? वह बीजेपी को खुश करने और उसके एजेंट के रूप में काम करने के लिए ऐसा कह रही है। प्रासंगिक बने रहने के लिए वह इस तरह की बातें कहती हैं।
ममता बनर्जी को लेकर उन्होंने कहा, आप कांग्रेस के खिलाफ टिप्पणी क्यों कर रहे हैं? अगर कांग्रेस नहीं होती तो ममता बनर्जी जैसे लोग पैदा नहीं होते। उसे यह याद रखना चाहिए। वे बीजेपी को खुश करने के लिए गोवा गए, उन्होंने कांग्रेस को हरा दिया। आपने गोवा में कांग्रेस को कमजोर किया, ये तो सभी जानते हैं।
Why are you making remarks against Congress? If Congress didn't exist then people like Mamata Banerjee would not have been born. She should remember this. They went to Goa to please BJP, they made Congress lose. You weakened Congress in Goa, everyone knows this: AR Chowdhury pic.twitter.com/8Yy8LfgAci
— ANI (@ANI) March 12, 2022
दरअसल, 5 राज्यों के आए विधानसभा चुनावों के नतीजों में चार राज्यों में भाजपा दोबारा सरकार बनाने जा रही है। ऐसे में बीजेपी-विरोधी गठबंधन के लिए ममता ने क्षेत्रीय दलों से संपर्क साधने की कोशिशें तेज कर दी हैं। इस सिलसिले में उन्होंने शुक्रवार को कहा था कि कांग्रेस को साथ रखने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि अब उसमें वह बात नहीं रही।