Aap Sabki Awaaz 2024: आसा के उपाध्यक्ष बने पंचम श्रीवास्तव, बिहार प्रदेश अध्यक्ष होंगे प्रीतम सिंह?, आरसीपी सिंह ने 'आसा' पदाधिकारियों का किया ऐलान
By एस पी सिन्हा | Published: November 12, 2024 04:44 PM2024-11-12T16:44:52+5:302024-11-12T16:45:48+5:30
Aap Sabki Awaaz 2024: शिवशंकर चौधरी, देव नारायण प्रसाद, राजेन्द्र साह, लव किशोर निषाद, बृजकिशोर पंडित, आलोक वर्द्धन, राम मोहन झा समेत 26 लोगों को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।
पटनाः पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह अर्थात आरसीपी सिंह ने अपनी पार्टी 'आसा' यानी 'आप सबकी आवाज' के पदाधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय कर दी है। उन्होंने उनके नामों का ऐलान भी कर दिया है। आरसीपी सिंह ने आसा के उपाध्यक्ष सह मुख्य प्रवक्ता के रूप में लेफ्टिनेंट कर्नल कुमार सनातन उर्फ पंचम श्रीवास्तव को जिम्मेदारी सौंपी है। जबकि प्रीतम सिंह को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। इसके अतिरिक्त जितेन्द्र प्रसाद को महाराष्ट्र का, मुकेश कुमार को राजस्थान का और शिशिर कुमार साह को दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।
वहीं, विपिन कुमार यादव को उपाध्यक्ष सह कोषाध्यक्ष की बड़ी जिम्मेदारी मिली है। शिवशंकर चौधरी, देव नारायण प्रसाद, राजेन्द्र साह, लव किशोर निषाद, बृजकिशोर पंडित, आलोक वर्द्धन, राम मोहन झा समेत 26 लोगों को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। 'आसा' यानी 'आप सबकी आवाज' के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने पदाधिकारियों की सूची जारी करते हुए बेहतर कार्य करने के लिए सभी को शुभकामनाएं भी दी है। बता दें कि 31 अक्टूबर 2024 को आरसीपी सिंह ने अपनी नई पार्टी की घोषणा की थी।
‘आसा’ नाम की उनकी पार्टी का गठन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए सबसे बड़ी चिंता का कारण हो सकता है। इसका एक प्रमुख कारण आरसीपी सिंह का कुर्मी जाति से आना है। नीतीश कुमार भी कुर्मी जाति से आते हैं। ऐसे में जिस कुर्मी जाति के वोटों पर अपनी मजबूत पकड़ का दावा नीतीश कुमार करते हैं, उसमें अगर सेंधमारी करने में आरसीपी सिंह सफल हो जाते हैं तो इसका सीधा नुकसान नीतीश कुमार और जदयू को होना तय है। इतना ही नहीं आरसीपी और नीतीश के बीच दशकों का साथ रहा है। ऐसे में आरसीपी नीतीश की नीतियों को भली भांति जानते हैं।
बिहार में कुर्मी जाति की आबादी 2.87 फीसदी है। खासकर नीतीश कुमार और आरसीपी दोनों के नालंदा से आने के कारण यहां के कुर्मी मतदाताओं पर इन दोनों के पकड़ मानी जाती है। इतना ही नहीं कुछ अन्य कुर्मी बहुल इलाकों पर में भी आरसीपी ने पिछले कुछ समय के दौरान लगातार अपनी सक्रियता बढ़ाई है।
ऐसे में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव 2025 में अगर कुछ कुर्मी बहुल विधानसभा क्षेत्रों में आरसीपी के उम्मीदवार वोटों को काटने में सफल रहते हैं तो इसका सीधा नुकसान जदयू को हो सकता है। आरसीपी की पार्टी का नाम 'आप सबकी आवाज' है। आप सबकी आवाज का शोर्टफॉर्म 'आसा' रखा गया है।
वहीं पार्टी के झंडे में 3 रंग शामिल किये गये हैं। इसमें झंडे में सबसे ऊपर हरा, बीच में पीला, नीचे नीला रंग होगा। आरसीपी सिंह ने कहा कि 'जब चुनाव आयोग हमें पार्टी सिंबल देगा तो बीच के पीले रंग वाले हिस्से में पार्टी का लोगो काले रंग से आएगा।