बिहार के नए शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने दिया इस्तीफा, लगे थे कई भ्रष्टाचार के आरोप
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 19, 2020 03:51 PM2020-11-19T15:51:40+5:302020-11-19T17:24:09+5:30
गौरतलब है कि नवनिर्वाचित जदयू विधायक डॉ. मेवालाल चौधरी ने राज्य की तारापुर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की है। उन्हें पहली बार नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था।
पटनाः बिहार के नए शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने आज इस्तीफा दे दिया। सरकारी सूत्रों ने बताया कि बिहार के शिक्षा मंत्री मेवा लाल चौधरी ने मंत्री बनने के केवल तीन दिन बाद ही इस्तीफा दिया। राज्यपाल फागू चौहान ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया। इस बीच अशोक चौधरी को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में नियुक्तियों में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने के मद्देनजर मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दिया है। तेजस्वी ने शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी पर सरकार की घेराबंदी एक बाऱ फिर तेजकर दी थी।
मुख्य विपक्षी दल राजद सहित विभिन्न दलों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा और मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की थी। गौरतलब है कि नवनिर्वाचित जदयू विधायक डॉ. मेवालाल चौधरी ने राज्य की तारापुर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की है। उन्हें पहली बार नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। राजनीति में प्रवेश से पहले मेवालाल भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे।
बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने बृहस्पतिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद चौधरी को मंत्री बनाए जाने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था। राज्य की नीतीश कुमार कैबिनेट में एक मंत्री के तौर पर शपथ लेने के तीन दिन बाद ही चौधरी ने इस्तीफा दे दिया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चौधरी को शपथ ग्रहण के एक दिन बाद मंगलवार को प्रभार आवंटित किया गया था।
उन्होंने अपराह्न एक बजे प्रभार संभालने के तत्काल बाद अपना इस्तीफा भेज दिया। चौधरी मुख्यमंत्री कुमार के नेतृत्व वाले जदयू के सदस्य हैं। वह बिहार कृषि विश्वविद्यालय, भागलपुर में शिक्षकों और तकनीशियनों की नियुक्ति में कथित अनियमितता के पांच वर्ष पुराने एक मामले में आरोपी हैं। वह इस विश्वविद्यालय के कुलपति रहे हैं। चौधरी हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में तारापुर सीट से निर्वाचित हुए हैं।
Bihar Minister Ashok Chaudhary given additional charge of the education department, following the resignation of Mewa Lal Choudhary over corruption allegations https://t.co/CizDvwECFM
— ANI (@ANI) November 19, 2020
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भारी फजीहत कराने के बाद सूबे के नव नियुक्ति शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है, उन्होंने शिक्षा मंत्री के रूप में आज ही पदभार ग्रहण किया था। भ्रष्टाचार के गंभीर मामले के आरोपी मेवालाल चौधरी ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री के पास भेजा है।
भाजपा के दबाव में नीतीश कुमार ने मेवालाल चौधरी से इस्तीफा लिया
सियासी गलियारे में हो रही चर्चाओं के मुताबिक भाजपा के दबाव में नीतीश कुमार ने मेवालाल चौधरी से इस्तीफा लिया है, मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाने की घोषणा के बाद से ही प्रदेश की राजनीति गर्मायी हुई है,हालांकि शिक्षा मंत्री ने विपक्ष के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि आरोप लगाने वाले दल के सुप्रीमो भ्रष्टाचार के मामले में जेल में हैं तो दूसरे जेल के दरवाजे पर खडे़ हैं।
शिक्षा मंत्री डा. मेवालाल चौधरी ने कहा है कि मुझ पर लगे सारे आरोप निराधार हैं. मैं चार्जशीटेड नहीं हूं, सारा मामला कोर्ट में है, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा उनको लेकर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि इल्जाम लगाने वाले जेल के अंदर हैं या जेल के मुहाने पर खडे़ हैं, उन्होंने कहा कि बाते सकारात्मक होनी चाहिए।
राउंड टेबुल पर आकर कोई भी शिक्षा पर मुझसे जिरह करे, बिहार में कैसे क्लासरूम टीचिंग और बेहतर किया जाय, कैसे शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करें, इसके लिए क्या-क्या किया जाय, इन बिंदुओं पर सलाह दें. इसके कुछ ही देर के बाद उन्हें इस्तीफा दे देना पड़ा है, सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार ने आज दोपहर मेवालाल चौधरी को अपने आवास पर तलब किया था. वहां मंत्री को कहा गया कि वे इस्तीफा सौंप दें. इसके बाद मेवालाल चौधरी ने त्यागपत्र दे दिया.
Bihar Education Minister Mewa Lal Choudhary resigns. pic.twitter.com/Uo8K5bbIHB
— ANI (@ANI) November 19, 2020
सियासी जानकारों के मुताबिक नीतीश कुमार ने ये कार्रवाई भाजपा के दबाव में की है, मेवालाल के खिलाफ दर्ज मामले की जानकारी नीतीश कुमार को पहले से थी, लेकिन इसके बावजूद उन्हें मंत्री बनाया गया, मेवालाल ने कल भी नीतीश कुमार से मुलाकात की थी, लेकिन उन्हें पद से हटाने पर कोई चर्चा नहीं हुई। आज मेवालाल चौधरी ने शिक्षा मंत्री के दफ्तर में जाकर पदभार संभाल लिया।
पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा कि आरोप लगाने से कुछ नहीं हो जाता. उनके खिलाफ मामला कोर्ट में लंबित है, कोर्ट से फैसला आयेगा तब उन्हें दागी कहा जा सकता है, लेकिन फिलहाल वे दागी नहीं है, मेवालाल चौधरी ने कहा कि जो कोई भी उनके खिलाफ जो आरोप लगा रहे हैं उन पर वे कानूनी कार्रवाई करेंगे, पदभार ग्रहण करते वक्त मेवालाल चौधरी के तेवर बुलंद थे, लेकिन कुछ घंटे बाद ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।