इंदौर में कोरोना वायरस के नये स्वरूपों की जांच के लिए बनेगी प्रयोगशाला
By भाषा | Updated: July 14, 2021 21:01 IST2021-07-14T21:01:49+5:302021-07-14T21:01:49+5:30

इंदौर में कोरोना वायरस के नये स्वरूपों की जांच के लिए बनेगी प्रयोगशाला
इंदौर, 14 जुलाई मध्य प्रदेश में महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले में प्रशासन ने कोरोना वायरस के नये स्वरूपों की जांच के लिए प्रयोगशाला बनाने का फैसला किया है।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि यह जीनोम अनुक्रमण (सीक्वेंसिंग) प्रयोगशाला शहर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय में स्थापित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इंदौर संभाग के आयुक्त (राजस्व) पवन कुमार शर्मा ने इस प्रयोगशाला के लिए जरूरी मशीनों और उपकरणों की खरीद के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू किए जाने के निर्देश दिए हैं। आयुक्त ने महामारी की तीसरी लहर के खतरे के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में ये निर्देश दिए।
शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि फिलहाल कोरोना वायरस के नये स्वरूपों की जांच के लिए स्थानीय संक्रमितों के नमूने दिल्ली के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) भेजे जा रहे हैं, लेकिन वहां से जांच रिपोर्ट आने में अक्सर डेढ़ महीने तक का वक्त लग जाता है।
उन्होंने बताया, "इंदौर में जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशाला शुरू हो जाने पर महज तीन दिन के भीतर कोरोना वायरस के नये प्रकारों की जांच रिपोर्ट आ सकेगी। दरअसल, यह एक जटिल किस्म की जांच है जिसके लिए खास मशीनों और उपकरणों की दरकार होती है।"
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक करीब 35 लाख की आबादी वाले इंदौर जिले में अब तक कोविड-19 के करीब 1.53 लाख मरीज मिले हैं। इनमें से 1,391 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।
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