जाफराबाद में पुलिस के सामने चलाईं 8 गोलियां, प्रदर्शनकारी पिस्टल लेकर पहुंचा, पत्थरबाजी, मौजपुर में झड़प
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 24, 2020 03:36 PM2020-02-24T15:36:33+5:302020-02-24T16:12:45+5:30
मौजपुर इलाके में कई लोग सीएए के समर्थन में सड़कों पर उतर आए हैं। इस बीच एक शख्स हाथ में सीएए के समर्थन में पोस्टर लेकर दिखा। उसने सीने पर 'वी सपोर्ट सीएए' और पीठ पर पुलवामा शहीदों के नाम लिखवा रखे हैं।
जाफराबाद में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान एक प्रदर्शनकारी पिस्टल लेकर पहुंच गया। जानकारी के मुताबिक, उसने 8 राउंड फायरिंग भी की। भजनपुरा के चांदबाग में सीएए के खिलाफ धरनास्थल पर पत्थरबाजी हुई। ऐसी खबरें हैं कि यहां भी फायरिंग हुई है।
मौजपुर इलाके में कई लोग सीएए के समर्थन में सड़कों पर उतर आए हैं। इस बीच एक शख्स हाथ में सीएए के समर्थन में पोस्टर लेकर दिखा। उसने सीने पर 'वी सपोर्ट सीएए' और पीठ पर पुलवामा शहीदों के नाम लिखवा रखे हैं। सोमवार को लगातार दूसरे दिन सीएए के समर्थक और विरोधी समूहों के बीच झड़पें हुई। प्रदर्शनकारियों ने एक-दूसरे पर पथराव किया। प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने समूहों को शांत कराने के भी प्रयास किए।
दिल्ली मेट्रो ने इलाके में असहज शांति छायी रहने के बीच जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए। डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ‘‘जाफराबाद तथा मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश एवं निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी।’’
जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार पिछले 24 घंटों से बंद हैं। अधिकारियों के अनुसार इलाके में लगी आग को बुझाते समय दमकल की एक गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार को सड़क अवरुद्ध कर दी थी जिसके बाद जाफराबाद में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प शुरू हो गई थी।
दिल्ली के कई अन्य इलाकों में भी ऐसे ही धरने शुरू हो गए हैं। मौजपुर में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने एक सभा बुलाई थी जिसमें मांग की गयी थी कि पुलिस तीन दिन के भीतर सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटाए, इसके तुरंत बाद दो समूहों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।