Republic Day 2019 : 26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस, जानें इतिहास और महत्त्व
By उस्मान | Published: January 25, 2019 08:14 AM2019-01-25T08:14:10+5:302019-01-25T08:14:10+5:30
यह दिन इस लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि देश आजाद होने के बाद इसी दिन भारत पूर्ण गणतंत्रिक देश बना। यानी देशवासियों के लिए एक संविधान लागू हुआ जिससे भारत में कानून का राज कायम हुआ, जनता को मौलिक अधिकार प्राप्त हुआ।
भारत में 26 जनवरी को 70 वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। यह दिन भारतियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह दिन इस लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि देश आजाद होने के बाद इसी दिन भारत पूर्ण गणतंत्रिक देश बना। यानी देशवासियों के लिए एक संविधान लागू हुआ जिससे भारत में कानून का राज कायम हुआ, जनता को मौलिक अधिकार प्राप्त हुआ।
क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस?
26 जनवरी 1950 को भारत गणतंत्र देश के रूप में बदला और देश में संविधान लागू हुआ। 26 जनवरी 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। एक स्वतंत्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए संविधान को 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था।
इसी वजह से हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। प्रेस इन्फॉरमेशन ब्यूरो के मुताबिक देश में 26 जनवरी 1950 को सुबह 10।18 बजे भारत एक गणतंत्र बना था। हमारे देश को आजादी 15 अगस्त 1947 को मिली थी।
26 जनवरी (26th January) का ही दिन क्यों?
26 जनवरी का दिन संविधान लागू करने के लिए इसलिए चुना गया था क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था। यह भारत के तीन राष्ट्रीय अवकाशों में से एक है, अन्य दो स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती हैं।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर हैं भारतीय संविधान के निर्माता
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को भारत का संविधान निर्माता माना जाता है। भारत का संविधान बनने में 2 साल 11 माह और 18 दिनों का समय लगा जो कि 26 जनवरी 1950 को बनकर तैयार हुआ। लोगों को यह भ्रम रहता है कि भारत का संविधान भीमराव अंबेडकर ने बनाया है लेकिन भारत का संविधान सिर्फ डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर ने नहीं बनाया था बल्कि उन्होंने संविधान बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।