गुजरातः भरूच जिले में काछीपुरा से चंचवेल गांव चरने गए 25 ऊंटों की हुई मौत, 5 लापता, सामने आई ये बात
By अनिल शर्मा | Published: May 23, 2023 12:17 PM2023-05-23T12:17:05+5:302023-05-23T12:29:41+5:30
ऊंटों के मालिक रहमान काछी ने कहा कि रविवार दोपहर कुल 77 ऊंटों को चराने के लिए काछीपुरा से चंचवेल गांव लेकर गए थे। कुछ ऊंटों ने खेत में पोखर से कथित तौर पर तरल पदार्थ पिया और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

तस्वीरः सोशल मीडिया
सूरतः गुजरात के भरूच जिले के वागरा तालुका के काछीपुरा गांव के पास कम से कम 25 ऊंट मृत पाए गए, जबकि पांच अन्य लापता हैं। आशंका जताई जा रही है कि खेत में दूषित पानी पीने से ऊंटों की मौत हुई है। जिला कलेक्ट्रेट और गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जीपीसीबी) के अधिकारियों ने मौत के सही कारण का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। वहीं, मालधारी समुदाय के प्रतिनिधियों ने ऊंटों की मौत को लेकर सोमवार को भरूच के ज़िलाधिकारी तुषार सुमेरा को ज्ञापन सौंपा।
रिपोर्ट के मुताबिक, जिस खेत से ऊंटों ने पानी पिया उसमें गहरे रंग का तरल खेत में जमा पाया गया था। जीपीसीबी और जिला कलेक्टर अधिकारी एक तेल पाइपलाइन से संभावित रिसाव की जांच कर रहे हैं। ऊंटों के मालिक रहमान काछी ने कहा कि रविवार दोपहर कुल 77 ऊंटों को चराने के लिए काछीपुरा से चंचवेल गांव लेकर गए थे। कुछ ऊंटों ने खेत में पोखर से कथित तौर पर तरल पदार्थ पिया और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
ऊटों के मालिक ने आगे बताया कि ऊटों की तीबयत बिगड़ने के बाद उन्होंने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी। उन्होंने 47 ऊंटों का इलाज किया जो अब स्थिर हैं। रहमान काछी ने बताया कि पांच ऊंट अभी भी लापता हैं। इस बीच, स्थानीय लोगों ने सोमवार को भरूच जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा और घटना की जांच और ऊंटों के लिए पर्याप्त पानी की मांग की है।
एक समुदाय के नेता अब्दुल कामती ने कहा, "हमने ग्रामीणों के लिए सुविधाओं की मांग करते हुए जिला कलेक्टर कार्यालय को एक ज्ञापन सौंपा है।" पर्यावरण कार्यकर्ता रोहित प्रजापति ने कहा कि जितने ऊंट मरे हैं, यह पानी के दूषित होने का मामला लगता है।